प्रदेश में "कमल" खिलते ही कांग्रेस का साथ देने वाले इन विधायकों के बदले तेवर, कही ये बड़ी बात 

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – सीएम कमलनाथ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते है कांग्रेस सरकार का साथ देने वाले बीजेपी, सपा-बसपा और निर्दलीय विधायकों के सुर बदलने लगे। दरअसल, शुक्रवार को सीएम कमलनाथ ने प्रेस कांफ्रेस कर इस्तीफा देने का ऐलान किया। उनके इस्तीफे के बाद से ही विधायकों ने अपना पाला बदला शुरू कर दिया। निर्दलीय विधायक औऱ पूर्व मंत्री प्रदीप जयसवाल, भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी, निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा,भाजपा विधायक शरद कोल इसके अलावा बसपा विधायक रामबाई, संजीव शुक्ला और सपा विधायक बबलू शुक्ला के तेवर भी बदलते हुए नज़र आए। 

नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने कही ये बात 

बीजेपी विधायक शरद कोल ने कल विधायकी से इस्तीफा दिया। स्पीकर ने कोल का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया। अब कोल कह रहे हैं कि उनसे दबाव में इस्तीफा लिखवाया गया हैं। वो अब भी भाजपा के साथ ही हैं। इधर, नारायण त्रिपाठी लगातार भाजपा में रहते हुए कांग्रेस के संपर्क में थे। लेकिन जैसे ही कमलनाथ ने इस्तीफा दिया वैसे ही उन्होंने अपने सुर बदल लिए। नारायण त्रिपाठी ने कहा वो सिर्फ क्षेत्र के विकास के लिए ही मिलने जाते हैं और सबसे मिलते रहेंगे। उन्होंने कहा मैं भाजपा के साथ था, हूं और रहूंगा। 

निर्दलीय विधायक शेरा बोले जनता के साथ हूं 

बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का कहना है कि उन्हें जनता ने चुनकर भेजा हैं। वो जो आदेश देगी वहीं मान्य होगा। हालांकि शेरा मन तो भाजपा का साथ देने का बना चुके हैं, लेकिन सिर्फ जनता के बीच साख धूमिल ना हो इसीलिए गेंद जनता के पाले में डाल दी। 

जो भी नई सरकार  होगी उसके साथ रहूंगा – प्रदीप जायसवाल

निर्दलीय विधायक प्रदीप जयसवाल ने कहा वो स्वतंत्र हैं। मैं जनता के विकास के लिए चुनकर आय़ा हूं. इसलिए जनता के विकास के लिए जो सरकार चुनकर आएगी उसके ही साथ रहूंगा। जयसवाल ने कहा अब नई सरकार जो भी होगी उसके साथ रहूंगा। 

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