सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर तीन जिलों में तनावपूर्ण विवाद, मुरैना में धारा 144 लागू
- भिंड में यात्री बसों में तोड़ फोड़
- ग्वालियर और मुरैना के बीच चलने वाली बसों में पुलिसकर्मियों तैनात
- मुरैना में धारा 144 लागू
ग्वालियर/अंजली कुशवाह: पिछले दिनों ग्वालियर नगर निगम द्वारा स्थापित की गयी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर विवाद बढ़ता हुआ नजर आ रहा हैं. सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा की शिलापट्टिका पर लिखा था गुर्जर सम्राट मिहिर भोज. इसे लेकर राजपूत और गुर्जर समाज आमने-सामने आ गये हैं और दोनों समाजों में आपसी मतभेद हो रहे हैं. इसका कारण ये हैं कि दोनों ही समाज के लोग सम्राट मिहिर भोज को अपने-अपने समाज का बता रहे हैं. हालाँकि इसको लेकर ग्वालियर का विवाद तो थम गया लेकिन पड़ोसी जिले भिंड-मुरैना में हिंसा की कई घटनाएं सामने आ रही हैं.
भिंड और मुरैना ज़िले में हिंसा
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को भिंड में तीन यात्री बसों के कांच फोड़ दिये गए. वहां नकाबपोश युवकों ने हाथों में लाठी लेकर बसों में तोड़फोड़ की. उधर, मुरैना जिले में हिंसा का माहौल देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई है. ग्वालियर और मुरैना के बीच चलने वाली यात्री बसों की सुरक्षा के लिए बसों में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुरैना में भी आधा दर्जन से अधिक बसों में तोडफ़ोड़ हुई है.
हिंसा करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज़
बता दें कि पुलिस ने नूराबाद, बानमोर थाना में बस क्षतिग्रस्त करने वालों और मुरैना-कोतवाली में पोस्टर फाड़ने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
UP के दादरी में भी प्रतिमा को लेकर विवाद
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के दादरी में भी योगी आदित्यनाथ द्वारा सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण के बाद विवाद बढ़ गया है. राजपूत खुद को सम्राट मिहिर भोज का वंशज बता रहे हैं तो गुर्जर भी उन्हें अपना वंशज बता रहे हैं.
क्या हैं पूरा मामला
ग्वालियर में पिछले दिनों सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति ग्वालियर नगर निगम द्वारा स्थापित की गयी. सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा की शिलापट्टिका पर जो नाम अंकित हैं “गुर्जर सम्राट मिहिर भोज” इसको लेकर विवाद शुरू हो गया है. मुरैना में सम्राट की जाति को लेकर गुर्जर और क्षत्रिय आमने- सामने हो गए हैं. गुर्जर का दावा है कि मिहिर भोज हमारी जाति के थे. जबकि, क्षत्रिय समाज वाले खुद को उनका वंशज बता रहे है.