स्टेट मेरिट में सिहोरा के छात्रों का चौका

स्टेट मेरिट में सिहोरा के छात्रों का चौका
अभाव में भी पाई जा सकती है सफलता सिद्ध किया

10वीं हाई स्कूल परीक्षा परिणाम :  प्रावीण्य सूची में खितौला के शुभम कुशवाहा सातवीं, पूजा सिंह आठवीं और तनिष्क साहू सारांश वात्री नौवां स्थान हासिल कर नगर को किया गौरवान्वित
सिहोरा

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल ने शनिवार को दसवीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए। परीक्षा परिणामों में जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील के चार छात्रों ने स्टेट मेरिट में क्रमशः सातवां आठवां और नवा स्थान हासिल कर नगर को गौरवान्वित किया है। इन छात्र-छात्राओं ने यह सिद्ध कर दिया कि अभाव में भी सफलता हासिल की जा सकती है और सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आप जितनी मेहनत करेंगे उसी के अनुसार ही आपको सफलता मिलेगी।

 खितौला स्टेट बैंक कॉलोनी वार्ड नंबर 12 निवासी शुभम कुशवाहा ने स्टेट मेरिट में सातवां स्थान हासिल किया है। द लोकनीति से बात करते हुए शुभम ने बताया कि पिता रामविलास कुशवाहा पान का टपरा चलाते हैं, वही मां लक्ष्मी कुशवाहा स्कूल में काम करती हैं। शुभम शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल रहा। अभाव के बावजूद उसने ठान का था कि उसे मेरिट में स्थान बनाना है। मेरिट में आने के लिए वह 6 से 8 घंटे कड़ी मेहनत कर पढ़ाई करता था। मेरिट में स्थान मिलने की जानकारी लगते ही उसके माता पिता खुशी से फूले नहीं समाए। शुभम ने बताया कि वह इंजीनियर बनना चाहता है।

 


मजदूर की बेटी ने किया पिता का सपना पूरा : स्टेट मेरिट सूची में आठवां स्थान हासिल करने वाली पूजा सिंह ने अपने पिता सियानंद सिंग का सपना पूरा कर दिया। पूजा के पिता औद्योगिक क्षेत्र हरगढ़ में स्थित एक फैक्ट्री में मजदूरी का काम करते हैं। घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद पूजा ने मन लगाकर पढ़ाई की और मेरिट सूची में स्थान हासिल कर किया। तक्षशिला उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाली पूजा तहसील में अकेली छात्रा है जिन्होंने स्टेट मेरिट में स्थान हासिल किया।

 


पिता का हार्डवेयर का बिजनेस संभालना चाहता है तनिष्क : शालेम इंग्लिश मीडियम स्कूल में अध्ययनरत बस स्टैंड वार्ड नंबर 12 में रहने वाले तनिष्क साहू ने स्टेट मेरिट सूची में नौवां स्थान हासिल किया है। तनिष्क ने बताया कि उन्होंने मैथ्स विषय के लिए कोचिंग की थी। मेरिट में स्थान मिलने पर तनिश की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने स्कूल के प्रबंधक एम भास्करण और प्राचार्य गिरजा भास्कन के साथ-साथ अपने माता पिता को दिया है। तनिष्का सपना है कि वह अपने पिता सुनील साहू का बिजनेस संभालेगा।

आईआईटी(IIT) से इंजीनियरिंग करना चाहता है सारांश : खितौला जय भवानी कॉलोनी में रहने वाले सारांश ने स्टेट मेरिट में नौवां स्थान हासिल किया है। सारांश का सपना है कि आईआईटी से इंजीनियरिंग करें। उसने इसके लिए परीक्षा परिणाम आने से पहले ही तैयारियां शुरू कर दी। सारांश के पिता निशांत वात्री और मां ओम वात्री दोनों ही शिक्षक। केके भी इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले निशांत ने  बताया कि उसने अपना ध्येय भी बना कर रखा था कि उसे मेरिट में आना है। इसके लिए वह घर में 6 से 8 घंटे तक नियमित पढ़ाई करता था। माता-पिता ने बताया कि सारांश शुरू से ही पढ़ाई में अव्वल था।

Exit mobile version