अब काहेको रोना जब प्लास्टिक से बनेगा सोना

The Lokniti Desk | London :– आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान ने न सिर्फ मानव जीवन को आसान बना दिया है बल्कि तमाम संसाधनों से परिपूर्ण भी कर दिया है। आये दिन विज्ञान के क्षेत्र में नए-नए आविष्कार एवं खोज देखने को मिलते हैं। वैज्ञानिकों ने ऐसा हीं एक और नायब आविष्कार किया है |पढ़िए लोकनीति कि यह स्पेशल रिपोर्ट
पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे प्लास्टिक से ईंधन और सड़कें बनाने जैसे बहुत से प्रयोग हो चुके हैं। लेकिन,विश्व में पहली बार वैज्ञानिकों ने प्लास्टिक के जरिए सोना बनाने में सफलता हासिल की है। प्लास्टिक के मैट्रिक्स को मिश्र धातु के रूप में इस्तेमाल कर बनाया गया 18 कैरेट का यह सोना वजन में भी काफी हल्का है और इसकी चमक भी असली सोने जैसी ही है। इसे आसानी से पॉलिश भी किया जा सकता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि हल्का होने के कारण इसका इस्तेमाल घड़ियों में एवं अनेक प्रकार के गहनों में किया जा सकेगा। यह शोध साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है। स्विस विश्वविद्यालय ईटीएच ज्यूरिख के वैज्ञानिक राफेल मेजेन्गा ने बताया कि सोने का जो नया रूप विकसित किया गया है, उसका वजन पारंपरिक 18 कैरेट सोने से लगभग दस गुना कम है। पारंपरिक मिश्रण में आमतौर पर तीन-चौथाई सोना और एक चौथाई तांबा होता है, इसे बनाने के लिए प्रोटीन फाइबर और एक पॉलिमर लेटेक्स का इस्तेमाल किया। इसमें पहले सोने के नैनोक्रिस्टल की पतली डिस्क को रखा गया। पहले पानी और बाद में अल्काेहल के जरिए इसका घाेल तैयार किया। इस घाेल काे कार्बन डाइऑक्साइड गैस के उच्च दबाव से प्रवाहित कर इसे ठाेस आकार में बदला गया। शोधकर्ताओं ने इसे बनाने की प्रक्रिया और सामग्री दाेनों के लिए पेटेंट का आवेदन कर दिया है।