सोशल मीडिया हथियार भी,सिरदर्द भी मनी स्कैम से लोगों को लग रहा लाखों रुपये का चूना, जानिए क्या हैं

नई दिल्ली, ।अब पैसों का जैसे-जैसे डिजिटल तकनीक(Digital technology) का प्रयोग बढ़ा है, वैसे ही डिजिटल माध्यमों के जरिए मनी स्कैम के मामले भी सामने आ रहे है। सोशल मीडिया(Social Media) के जरिए भी मनी स्कैम के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अब डिजिटल युग में सोशल मीडिया व्यक्ति के जीवन का अंग बना हुआ है। स्मार्टफोन यूजर्स बढ़ने के साथ-साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करने वाले लोगों की सांख्य भी तेजी से बढ़ी है। वर्चुअल माध्यम होने के कारण धोखेबाज इन प्लेटफॉर्म्स का उपयोग मनी स्कैम के लिए कर रहे हैं।अब आपको बततय  हैं कि सोशल मीडिया के जरिए किस तरह से मनी स्कैम हो रहे हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।

फर्जी प्रोफाइल

इस प्रकार के स्कैम में धोखेबाज पहले किसी यूजर की सोशल मीडिया प्लेफॉर्म पर उसी प्रकार फर्जी प्रोफाइल बनाता है फिर जिस यूजर की फर्जी प्रोफाइल बनाई जाती है, उसकी फ्रेंड लिस्ट के लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता है। अब फर्जी प्रोफाइल के जरिए यूजर के दोस्तों को मैसेंजर पर पैसों की आवश्कता को लेकर sms भेजे जाते हैं। यूजर के दोस्त पैसों की मांग को वास्तविक जान धोखेबाज के बताए अकाउंट में पैसा ट्रांसफर कर देते हैं और मनी स्कैम के शिकार हो जाते हैं। इस तरह के दोस्त में धोखेबाज यूजर के नाम से पेमेंट ऐप्स पर फर्जी अकाउंट भी बना देते हैं।

 

फोटो ऑफ स्कैम

इस पर धोखेबाज सोशल मीडिया चैट मैसेंजर, ई-मेल या एसएमएस (sms ) पर 'किसी यूआरएल (URL ) के साथ आपकी फोटो' या 'क्लिक टू चेक योर फोटो' जैसे मैसेज भेजता है। यूआरएल पर क्लिक करने पर ग्राफिक्स के लिए एडोब फ्लैश इंस्टॉल करने या अन्य सपोर्टिव सॉफ्टवेयर इंस्टाल करने का कहकर Trojan/Bot इंस्टॉल कर दिया जाता है। इससे आपके सिस्टम या मोबाइल की निजी जानकारी ट्रांसफर हो जाती है और फिर धोखेबाज मनी स्कैम को अंजाम दे देता है।

अकाउंट बंद या सस्पेंड स्कैम

इस पर धोखेबाज सोशल मीडिया प्रतिनिधि बनकर आप को पहचान के अभाव में उसका सोशल मीडिया अकाउंट बंद करने या सस्पेंड करने की चेतावनी देता है। , इसके बाद यूजर को अपनी निजी जानकारी और बैंक डिटेल डालकर आईडी वेरीफाई करने के लिए कहा जाता है। यूजर की निजी जानकारी मिलने के बाज धोखेबाद मनी स्कैम को अंजाम दे देता है।

ये हैं बचने के उपाय

1. लॉटरी, गिफ्ट या किसी भी चीज के लिए आए अकाउंट वेरिफिकेशन कॉल पर ओटीपी कभी भी  ना बताय।

2. आप अपनी निजी जानकारी और बैंकिंग पासवर्ड  को मोबाइल में सेव कर ना रखें।

3. सोशल मीडिया पर संवेदनशील निजी जानकारी डालने से बचना चाहिए।

4. किसी अनजान सोर्स से आए यूआरएल पर क्लिक ना करें।

5.  सभी सॉफ्टवेयर को हमेशा उस कंपनी की वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।

6. सोशल मीडिया पर  एड्स के लिए पूरी जानकारी प्राप्त कर उस मीडिया पर ही पेमेंट ना करें। किसी विशेष सुविधा के लिए आए ई-मेल/एसएमएस पर क्लिक ना करें।

7.  कोई भी सोशल मीडिया अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए बैंक डिटेल या पेमेंट नहीं मांगता है।

8. किसी भी फ्री चैट वेबसाइट और अन्य गेम वेबसाइट पर अपने सोशल मीडिया के जरिए लॉग-इन करने से बचें।

9.  कोई गेम ऐप इंस्टॉल करें, तो कॉल/एसएमएस/गैलरी एक्सेस करने की अनुमति ना दें।

10. बिना फोन पर बात किये सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए मिली सूचना के आधार पर किसी को पैसे ट्रांसफर ना करें।

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