इंदौर : मध्यप्रदेश के इंदौर ज़िले के खुड़ैल थाना क्षेत्र के पेडमी गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब लोगो को यहां पता चला कि सैंकड़ो की संख्या में गोधन मृत अवस्था मे मिली हैं।
बताया जा रहा है कि अहिल्या माता गौशाला जीव दया मण्डल ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशाला में इंदौर के कुछ लोग बुधवार को दर्शन के लिए गए थे, लेकिन वहां कुछ ही गाये मिली। जिसके बाद कुछ लोग गौशाला के आगे तालाब के पास गए जहां सैंकड़ो गाय मृत अवस्था में दिखीं और उनके अवशेष कंकाल दिखाई दिए। वहीँ बड़ी संख्या में गायों के अवशेषो को कुत्तों द्वारा नोचकर खाया जा रहा था।
वहीं, जैसे ही ये बात सामने आई ज़िले में हड़कंप मच गया। वहीं, इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने भी तुरंत मामले में जांच के आदेश दिए। जबकि, खुड़ैल पुलिस को लिखित शिकायत की। फरियादी मनोज तिवारी ने पुलिस को सूचना दी कि गौशाला के पीछे तकरीबन डेढ सौ गायों के कंकाल पड़े हैं। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गौशाला के केयर टेकर के खिलाफ मामला दर्ज कर पूरे मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी।
इधर, कांग्रेस ने इस मामलें को तुरंत हवा देते हुए सरकार का घेराव करने में ज़रा भी देर नहीं लगाई। प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ ने एक के बाद एक ट्वीट करते शिवराज सरकार को आड़े हाथों लिया।
कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा की – मध्यप्रदेश के भोपाल के बैरसिया में सैकड़ों गौ माताओं की मौत के बाद सरकार ने गौशालाओं की समीक्षा, गौमाता के भरण पोषण के इंतज़ाम के बड़े-बड़े दावे किए थे लेकिन उसके बाद भी प्रदेश में गौ माताओं की मौतें निरंतर जारी है।
उन्होंने लिखा की – अब इंदौर जिले के पेडमी में सैकड़ों गौमाताओं के शवों की तस्वीरें सामने आई है, शव कंकाल बन चुके हैं, उन्हें जानवर नोच कर खा रहे हैं। हमारी सरकार में हमने प्रयास किया था कि प्रदेश में गौमाता के संरक्षण व संवर्धन का काम तेजी से हो, इसके लिए हमने एक हजार गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया था, गौ माता के चारे की राशि को बढ़ाया था लेकिन जब से प्रदेश में वापस से शिवराज सरकार आई है, भूख -प्यास से दम तोड़ती व उचित देखभाल के अभाव में गौ माताओं की मौतों की तस्वीरें लगातार सामने आ रही है।
इतना ही नहीं कमलनाथ ने आगे लिखा की – यह कैसी धर्म प्रेमी सरकार जो गौ माताओं को सुरक्षा देने में नाकारा साबित हुई है…? शिवराज सरकार को प्रदेश में गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए तत्काल आवश्यक कदम उठाना चाहिए व ऐसी घटनाओं के दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करना चाहिए।
बता दे कि इंदौर से पहले राजधानी भोपाल के बैरसिया में सैकड़ों गौ माताओं के ऐसे की कंकाल मिले थे, जिसपर ऐसा ही बवाल मचा था।