सिहोरा में राज्य और केंद्र सरकार के खिलाफ ग्रामीण किसानों का हल्ला बोल

सिहोरा से शुभम शुक्ला की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश के जबलपुर जिला अंतर्गत तहसील सिहोरा में कल दिनांक 16 दिसंबर को भारतीय किसान यूनियन द्वारा धरना प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी केंद्र और राज्य के खिलाफ किसानों द्वारा की गई। किसानों की मांग है सरकारी सोसायटी में गल्ला खरीदी जल्द से जल्द करवाई जाए, क्योंकि बारिश के कारण उनका गला बर्बाद और सड़ जाता है। ऐसे में जब किसान लगातार दिन हो या रात ठंड हो या गर्मी वह अपनी मेहनत को बर्बाद हुआ देख बेहद निराश और आक्रोश में रहता है। 

 

 

समय-समय पर किसानों से लगातार होती रही राजनीति

हम बात करें केंद्र की एक ओर जहां केंद्र नए नए मॉडल टेक्निक से किसानों को खेती करने के उन्नत तरीके बताता है। लेकिन जब किसानों की खरीदी और किसानों  की फसल के दामों की बात होती है , तब हमेशा से ही राजनीति होती रही है। 

क्या है मामला ??

सिहोरा और मझौली तहसील मैं समर्थन मूल्य पर धान की ख़रीदी शुरू नहीं होने से किसानों ने एसडीएम कार्यालय का घिराव करते हुए जमकर नारे बाज़ी की। बड़ी संख्या मैं मौजूद किसानों ने केंद्र राज्य एसडीएम तहसीलदार मुर्दावाद के नारे लगाए , किसानों का कहना है कि सरकार के निर्धारित समय के हिसाब से अभी तक ख़रीदी शुरू नहीं हुई और पिछले दो दिन से मौसम और बारिश के कारण वे ख़रीदी केंद्र में ही पड़े है।  

भारतीय किसान संघ ज़िलाध्यक्ष नंदकुमार परौहा भारतीय किसान यूनियन ज़िलाध्यक्ष रमेश पटेल, भारत कृषक समाज के संभागिय अध्यक्ष के के अग्रवाल एसडीएम कार्यालय के सामने नारेबाज़ी करते हुए धरने पर बैठ गए। यहां के किसानों की साफ-साफ मांग है कि हमें बिजली सही तरीके से दी जावे और हमारी धान जल्द से जल्द खरीदी जावे जिससे सभी किसान अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। 

 

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