सिहोरा : चमत्कार : माँ के आँखो में आंसू, भक्तों ने भावुक होकर दी विदाई, विजयज्योति युवा समिति की दुर्गा प्रतिमा देखें video

सिहोरा : चमत्कार : माँ के आँखो में आंसू, भक्तों ने भावुक होकर दी विदाई, विजयज्योति युवा समिति की दुर्गा प्रतिमा देखें video
- कलयुग में भी चमत्कार होते है
- मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील में हुआ चमत्कार
- माँ हमे छोड़ कर जाने में दुखी है .–भक्त
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द लोकनीति डेस्क सिहोरा
कहते है सच्ची भावना और श्रद्धा हो तो इस कलयुग में भी चमत्कार होते है। ऐसा ही कुछ चमत्कार देखने को मिला मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील की एक समिति में जहा जुलूस तो देखने नहीं मिला लेकिन माँ और भक्तों की भावना का जो दृश्य देखने मिला वह वाकई देखते रहने वाला था । जिसने देखा वह देखता ही रह गया। इसे आप भक्तों की निस्वार्थ भावना वाला संबंध और मां के लिए प्रेम ही कह सकते है।
दरअसल मामला तहसील सिहोरा का है जहा 78 दुर्गा प्रतिमाएं रखी गई थी। मंगलवार की शाम 34 प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ तो वही अगले दिन बाक़ी , मां की प्रतिमाओं का विसर्जन होना था। सिहोरा के कटरा मोहल्ला हनुमान मंदिर में स्तिथ विजय ज्योति युवा समिति के युवक पारुल गुप्ता, सोनम जयसवाल, नानू नायक, विवेक सेठ, वैभव सेठ, विक्की यादव, गोलू श्रीपाल ने बताया कि इस कलयुग में भी चमत्कार होते है और कल मैंने देखा भी हमने अपनी जगदम्बा माई के आंखों में आंसू देखे। ये इस कलयुग मैं चमत्कार ही है।ऐसा लगा कि माँ हमे छोड़ कर जाने में दुखी है।माँ अपना प्रेम हम सब पर सदा बनाये रखना माँ। अक्षतंम केस्वम का आज गीत बड़ा ही सत्य प्रतीत होता है।प्रेम श्रद्धा मैं बास्तव मे अद्धभुत ताक़त है आज देखा भी और महसूस भी किया।
ये मूर्ति अपने आप में सबकुछ बया कर रही है।
इसको किसी साक्ष्य की जरूरत नहीं ये दृश्य अपने आप में सब बया कर रहे है…..
अंत में …..
” जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी ” अर्थात जिसकी जैसी दृष्टि होती है, उसे वैसी ही मूरत नज़र आती है। तुलसी दास जी द्वारा कथित इस चौपाई का अनुसरण करते हुए हिन्दू समाज ईश्वर कि अलग अलग कल्पना करते हुए ईश्वर के यथार्थ गुण, कर्म और स्वाभाव को भूल ही गया।