सीधी :- एक भी मरीज ना मिलने पर भी है प्रशासन सख्त, बाहर से आने वाले लोगों की पहले हुई स्क्रीनिंग कर दिया गया क्षेत्र में प्रवेश
- लॉकडाउन के बाद आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के बाद दिया गया प्रवेश
सीधी से गौरव सिंह की रिपोर्ट :- कोरोना वायरस को लेकर सीधी जिले में अभी तक हालात सामान्य हैं, जिसके पीछे कारण प्रशासन की सक्रियता व आमलोगों के द्वारा खुद की सुरक्षा के प्रति जागरूक बताया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएल वर्मा के दावे की बात मानें तो जिले मेें अभी तक एक भी कोरोना पाजिटिव मरीज नहीं पाया गया है। यदि इसी तरह लोग सहयोग करते रहे तो सीधी जिले में आगामी आने वाले समय में भी कोरोना संक्रमण की कोई अंदेशा नहीं है।
पुलिस व स्वास्थ्य टीम ने किया मुस्तैदी से काम–
सीधी जिला अभी तक कोरोना से लडऩे में सफल रहा है। जिसके पीछे पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम का महत्वपूर्ण हांथ माना जा रहा है। कलेक्टर केे निर्देशन पर जिले की चारो दिशाओं की सीमा चाहे वह अंतर्राज्यीय हो या पड़ोसी जिले से मिलान करने वाली सीमा, सभी को हाट स्पाट के रूप में चिन्हित कर पूरी तरह से लॉक कर दिया गया। सभी स्पाटों पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ समय रहते पुलिस को तैनात कर दिया गया। जिनकी सख्ती के कारण सीधी जिले में बाहर से भी कोरोना से पीडि़त मरीज का सीधी में प्रवेश नहीं हो पाया।
40 सेंपलिंग में से सभी रिपोर्ट निगेटिव–
स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सतत रूप से लोगों की स्क्रेनिंग कार्य में जुटी रही। इस दौरान थोड़ा भी लक्षण नजर आने पर उसे संदिग्ध मानते हुए आइसोलोशन वार्ड में भर्ती कर उसका सेंपल लेकर जबलपुर जांच के लिए भेजा गया। जिले में ऐसे 40 संदिग्धों की रिपोर्ट जांच हेतु जबलपुर लैब भेजी जा चुकी है। सीएमएचओ ने बताया कि सभी ४० सेंपल की रिपोर्ट आ गई है, राहल की बात यह है कि सभी सेंपलिंग निगेटिव पाई गई है।
बाहर से आए लोगों को बिना जांच के नहीं दिया गया प्रवेश-
भारत सरकार के द्वारा 22 मार्च को कर्फ्यू लगा दिया गया। इसके बाद जिला दंडाधिकारी के द्वारा 23 मार्च से ही जिले को लॉकडाउन कर दिया गया। स्थिति देखते हुए पूरी तरह जिले को लॉकडाउन कर दिया गया। जिससे वाहनों का आवागमन थम गया। बाहन थमने से बहुत से श्रमिक महानगरों से अपने घरो को लौट नहीं आए। जबकि इस महामारी का प्रकोप महानगरों से ही शुरू हुआ है। जो लोग इस बीच सीधी आने का प्रयास भी किए चिन्हिंत हाट स्पाट पर बिना जांच के उन्हें प्रवेश नहीं होने दिया गया। जिसके कारण कोरोना वायरस को सीधी जिले में अभी तक नो इंट्री है।
छत्तीसगढ़ की सीमा को लेकर अगर नहीं चेते होते तो हो सकता था खतरा–
सीधी जिला छत्तीसगढ राज्य की सीमा से जुडा हुआ है। कुसमी विकासखंड छत्तीसगढ की सीमा को छूता है। प्रशासन के द्वारा यह भी हांट स्पाट केंद्र बनाया गया किंतु वहां तैनात पुलिस कर्मिंयो की लापरवाही से पड़ोसी राज्य से बिना किसी रोक-टोंक के लोगों का आना जाना जारी रहा, समय रहते पत्रिका के द्वारा समाचार के माध्यम से प्रशासन को अवगत कराया गया, तब प्रशासन के द्वारा पुलिस कर्मिंयो के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ब्यवस्था सुदृढ करने में सफल रहे, यदि समय रहते इस ओर ध्यान न दिया गया होता तो लापरवाही भारी भी पड़ सकती थी।