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सीधी : लाचारी भी ऐसी की बेटे के पुतले से करनी पड़ी अंत्येष्टि

सीधी से गौरव सिंह की रिपोर्ट – लाचारी क्या होती है, इसका साक्षात उदाहरण है पड़रा गांव निवासी यह पिता दिवाकर जिसके जवान बेटे गौतम अजीत गौतम की दो महीना पहले हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हत्या रोपियो को तो गिरफ्तार कर लिया। लेकिन शव का कहीं अता-पता नहीं चला और दो महीने बीत गए। अब दो महीने तक पुलिस के साथ अजीत के परिवार के लोगों ने बहुत खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। ऐसे में पिता ने थक हार कर बेटे की आत्मा की शांति के लिए अंत्येष्टि कर दी। लेकिन उस वक्त श्मशान पर मौजूद लोगों का कलेजा कांप उठा जब बेटे के पुतले को चिता पर रखा गया। उसी पुतले को कांपते हाथों से पिता ने मुखाग्नि दी।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि पडऱा निवासी अजीत गौतम व बलिकरण साकेत की पत्नी रानी साकेत के साथ शौंच जाने के दौरान बाद-विवाद हुआ था। इसी विवाद को लेकर बलिकरण ने 29 जून 2020 को अपने भाई लखन उर्फ राकेश साकेत पिता मंगल साकेत (19 वर्ष) को फोन करके बुलाया तथा बलिकरण साकेत का भांजा अभय साकेत उर्फ छोटू पिता संतलाल साकेत (19 वर्ष) निवासी कोठार के साथ मिल कर अजीत की हत्या करने की शाजिश रची। 

शाजिश को अमली जामा पहनाने के लिए तीनों ने मिल कर अजीत गौतम की लाठी डंडे से पिटाई की। वह जब भागने लगे तो उसका पीछा करके आरोपियों ने मुक्का तथा पत्थर से मारकर हत्या कर दी। इसके बाद लाश को चुरहट के कोलदहा सोन नदी पुल के ऊपर से नदी में फेंक दिया।

पुलिस ने बीते 3 सितंबर को हत्या का खुलासा कर दिया। घटना में प्रयुक्त लाठी, डंडा व आटो भी जब्त कर लिया। लेकिन शव की बरामदगी नहीं हो सकी। हत्या की घटना के करीब दो महीने से ज्यादा का समय गुजर जाने के बाद मृतक अजीत गौतम के पिता दिवाकर गौतम ने बेटे का शव बरामद न होने के बाद पुतला बनाकर हिन्दू रीति-रिवाज के तहत अंतिम संस्कार कर दिया।

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