सीधी से गौरव सिंह की रिपोर्ट – संजय टाइगर रिजर्व क्षेत्र से गुजरने वाली विद्युत की 11 हजार केवी लाइन से शिकारियों द्वारा कटिया फंसाकर करेंट फैलाते हुए वन्य प्राणियों के शिकार की घटनाएं तो आम हो चुकी थी, लेकिन अब टाइगर रिजर्व एरिया से जुड़े सामान्य वन मंडल में भी विद्युत की 11 हजार केवी लाइन से वन्य प्राणियों के शिकार के लिए कटिया फंसाकर करेंट फैलाया जाना शुरू कर दिया गया हैं।
बताया गया कि संजय टाइगर रिजर्व एरिया से लगे वन परिक्षेत्र मड़वास अंतर्गत टिकरी के समीप डालापीपर गांव में कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा कटिया फंसाकर झाडिय़ों के बीच करेंट फैलाया गया था, जिसमें दो युवक फंसकर करेंट की चपेट में आने से झुलस गए। झुलसे युवकों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
ये है मामला
ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि इस तरह करेंट फैलाने का कार्य वन्य प्राणियों के शिकार के लिए किया जाता है, फैलाए गए करेंट में वन्य प्राणी फंस जाते हैं और उनकी मौत हो जाने पर शिकारी उनका शव उठा ले जाते हैं। लेकिन शनिवार की रात करीब 8 बजे टिकरी डालापीपर टोला निवासी धीरज पिता दादूलाल केवट तथा राजेंद्र पिता सुखलाल केवट जंगल के किनारे बने बांध में मछली मारने जा रहे थे, जो करेंट की चपेट में आने से झुलस गए। दोनों घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। वहीं घटना की शिकायत पुलिस चौकी मड़वास में भी की गई हैं।
डिप्टी रेंजर भी आ चुके हैं करेंट के चपेट में
इस तरह फैलाए गए करेंट से कुछ महीने पहले सहायक वन परिक्षेत्राधिकारी टिकरी रामसजीवन जायसवाल भी आकर झुलस गए थे। इसके बावजूद ऐसे शिकारियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई नहीं की जा रही हैं।