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अपनी इन मांगों को लेकर MP के 7 हजार आयुर्वेद छात्र गए हड़ताल पर, ओपीडी प्रभावित

भोपाल : मध्यप्रदेश के 7 हजार आयुर्वेद छात्र अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए है। प्रदेश के कई जिलों में आयुर्वेद छात्रों की हड़ताल देखी गई, जिसके कारण कई जगहों पर ओपीडी पर भी असर पड़ा है।
यह भी है मांग
- आयुर्वेद छात्रों को भी सशर्त इमरजेंसी चिकित्सा का अधिकार मिले।
- आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर से आयुष शाखा को पृथक कर भोपाल में स्थानांतरित करने एवं जल्द पृथक रूप से आयुष विश्ववद्यालय स्थापित किया जाए।
- आयुर्वेद यूजी छात्रों की इंटर्न एवं पीजी छात्रों को मिलने वाला स्टायपेंड एलोपैथी के समान किया जाए।
- जनसंकल्प 2013 में घोषित 1000 आयुष औषधालयों को शीघ्र ही खोला जाए।
- लोकसेवा आयोग की ओर से आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी की भर्ती प्रतिवर्ष निकाली जाए एवं इस वर्ष आयोजित की जाने वाली परीक्षा से संविदा कर्मियों को दिया जाने वाला 15 प्रतिशत अंक को हटाया जाए।
छात्रों का कहना है कि सरकार के समक्ष जो मांगे रखी थी, वो आश्वासन के बावजूद पूरी नहीं की है। जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती, अब हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। यह हड़ताल शुक्रवार को प्रदेश के सभी आयुर्वेद कालेजों में चल रही है।