सिवनी :- आँगनबाड़ी में शौचालय निर्माण भी चढ़ सकता है पंचायत के स्वार्थ की बलि

सिवनी :- ग्राम पंचायत मोहंगाँव धूमा के नल-जल योजना में सम्भावित बड़े घोटाले के साथ एक और गड़बड़ी सामने आ रही है। यहाँ दो सम्मिलित ग्रामों सुक्कम-भुरकुण्डी के आँगनबाड़ी केन्द्र के लिये शौचालय निर्माण स्वीकृत किया गया है, जिस पर 26/01/2020 से कार्य प्रारम्भ होना तय है।  इसके लिये शासन ने 24000 की राशि स्वीकृत कर दी है, परन्तु इस पर भी आज दिनाँक तक कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया है! जबकि निर्माण सामग्री क्रय के नाम पर 10900 रुपये के दो बिल लगा दिये गये हैं, जो संदिग्ध लगते हैं।  क्योंकि पंचायत दर्पण पर इनका भुगतान क्रमश: बिल क्रमांक 361, 362 पर है, जबकि दोनों बिल एक ही अर्थात् 361 ही है तो क्या ग्राम पंचायत मोहंगाँव धूमा आँगनबाड़ी के शौचालय में भी घोटाला करने का मौका बना रही है.
 हमारे समाचार संकलन के दौरान आँगनबाड़ी केन्द्र के सामने कुछ ईंटें, नाममात्र की गिट्टी व बहुत थोड़ी सी रेत पड़ी मिली; जो शायद दिखावे के लिये कई दिनों से पड़ी हुई हैं क्योंकि शौचालय निर्माण प्रारम्भ होने का कोई भी चिन्ह उक्त आँगनबाड़ी में कहीं नहीं है।

     इन सब गड़बड़ियों और सम्भावित भ्रष्टाचार को देखकर सैकड़ों प्रश्न उठते हैं।  क्या ग्राम पंचायत के इन कथित विकास कार्यों की समीक्षा या जाँच नहीं होती है? क्या इन मदों पर हुये व्यय पर मूल्यांकन नहीं होता है? आखिर कैसे ऐसे घपले घोटाले पंचायतें खुलेआम कर रही हैं? क्या अधिकारी कभी धरातल पर आकर इन कार्यों की वास्तविक स्थिति देखते हैं? इन प्रश्नों के उत्तर कभी न मिल सकेंगे! क्योंकि औपचारिकता के लिये ऑडिट होते हैं, आय व्यय का ब्यौरा भी देखा जाता होगा, सोशल ऑडिट के माध्यम से धरातलीय सर्वे भी होते होंगे, यही नहीं गुणवत्तापूर्ण कार्य दिखाकर इनका मूल्यांकन कर शासकीय राशि निपटाने के रास्ते भी खोले जाते होंगे।
     
  कदम कदम पर अनियमिततायें, गड़बड़ियाँ, घटिया व गुणवत्ताहीन कार्य, शासकीय राशि की बर्बादी जैसे मनमाने काम केवल ग्राम पंचायत के सरपंच, सचिव और पंचायत से जुड़े चन्द लोग अकेले नहीं कर सकते! इसमें सम्बन्धित अधिकारियों की धृतराष्ट्र दृष्टि एवं मूक सहमति भी शामिल है! यदि अधिकारियों ने वास्तविक समीक्षा की होती तो न शासन की बहुमूल्य राशि नष्ट होती, न जनता को सुविधाओं से वंचित होना पड़ता।


“द लोकनीति” लगातार मानव जीवन की मौलिक आवश्यकता पेयजल पर खबरों का प्रकाशन कर रहा है, अब देखना यह है कि शासन की लाखों रुपये स्वाहा करने वाली ग्राम पंचायत मोहंगाँव धूमा के जिम्मेदारों पर कब कार्यवाही होती है; और कब ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उनके घर मोहल्ले तक नसीब होता है!

 

 

आपके द्वारा मामला मेरे संज्ञान में लाया गया है, हम इसकी जाँच पीएचई से करायेंगे कि किस प्रकार के और कितने पाइप डाले गये हैं।  इसके साथ ही जाँच करायेंगे कि किस वर्ष की राशि है और कितना व्यय किया गया है।  पेयजल हमारी प्राथमिकता है, हम शासन की ओर से शुद्ध पेयजल उपलब्ध होने की व्यवस्था करेंगे।

शफी मोहम्मद कुरैशी
मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत लखनादौन

 

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