जब मन हो तब जमा करें बच्चों की फीस ,कोई स्कूल बाध्य करे तो शिक्षा विभाग को करें शिकायत
Bhopal Desk ,Gautam Kumar
पूरा भारत 14 अप्रैल तक लॉक डाउन है। ऐसे में अन्य व्यवस्थाओं की तरह प्रदेश के सभी स्कूल भी बंद किये गए हैं। ऐसी में स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी बोर्ड के स्कूलों के लिए आदेश जारी करते हुए कहा है कि, वो किसी भी छात्र या उसके अभिभावक से लॉक डाउन के दिनों में फीस के लिए दबाव नहीं बना सकते हैैं। फिर भले ही वो एमपी बोर्ड के स्कूल हों, सीबीएसई के स्कूल हों या आईसीएसई से सम्बद्ध शिक्षण संस्थान हों।
क्यों जारी हुआ आदेश
इन दिनों कोरोना वायरस के चलते प्रदेश ही नहीं देशभर के सभी स्कूलों की छुट्टी है। साथ ही, सभी तरह के काम-कारोंबार भी लगभग बंद हैं। ऐसे में किसी मध्यम परिवार के लिए आजीविका चलाना ही इन दिनों में बड़ी चुनौती का काम है। फिर अगर इसी बीच स्कूलों की ओर से भी फीस का दबाव बनाया गया तो ,कई परिवारों के लिए ये बड़ी चुनौती बन जाएगी। वो भी उस समय जब उनका बच्चा स्कूल गया ही नहीं। इस व्यवस्था को स्कूलों की मनमानी रोकने के लिए आदेशित किया गया है।
केंद्र ने पहले ही दिए थे निर्देश
बता दें कि, इस संबंध में केंद्र सरकार की ओर से पहले ही आदेश जारी किये जा चुके हैं। क्योंकि, लॉकडाउन होने के बाद जैसे ही सभी स्कूलों को बंद किये जाने के निर्दश दिये गए, कई स्कूलों की तरफ से अभिभावकों के पास फीस जमा करने के फोन पहुंचने लगे। साथ ही, अभिभावकों पर फीस जमा न करने को लेकर लेट फीस चार्ज लगाने से जैसे कई तरह के दबाव बनाए जाने लगे। इस संबंध में कई अभिभावकों ने विभाग से शिकायत भी की, जिसके बाद भी कई प्राइवेट स्कूल उन पर फीस जमा करने के लिए दबाव बनाते रहे। फिलहाल, स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी इस आदेश के बाद कोई भी स्कूल अभिभावकों पर फीस का दबाव नहीं बना पाएंगे। और कोई लेट फीस भी नहीं देना पड़ेगा।