इंटरनेशनल डेस्क : यूक्रेन-रूस युद्ध का आज मंगलवार को छठा दिन है। बता दें कि रूस-यूक्रेन के बीच सोमवार को बेलारूस में बातचीत हुई थी, लेकिन इसमें कोई समाधान नहीं निकला।
दरअसल, सोमवार को पुतिन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की थी। इसमें पुतिन ने साफ किया कि सेटलमेंट तब ही हो सकता है जब उसकी तीन शर्तें मानी जाएं। इसमें क्रीमिया पर रूसी संप्रभुता की मान्यता, यूक्रेन का विसैन्यीकरण और विमुद्रीकरण और यूक्रेन की तटस्थ स्थिति सुनिश्चित करना शामिल है।
हालांकि, यूक्रेन चाहता है कि रूसी सेना पूरे यूक्रेन से जल्द से जल्द वापस जाए। वहीं, ये बात भी सामने आई है कि कुछ मुद्दों पर दोनों देशों के डेलिडेशन के बीच सहमति बनी है, जल्द दूसरे दौर की मीटिंग भी हो सकती है।
लेकिन इन सबके बीच बड़ी खबर सामने आई है। मिली जानकारी के अनुसार यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे के लिए रूस की तरफ से अब बेहद बड़ा मिलिट्री काफिला भेजा गया है। बताया जा रहा है कि रूस का 40 मील (64 किलोमीटर) लंबा काफिला कीव की तरफ बढ़ रहा है। रूसी हमले के बाद से अबतक यूक्रेन की तरफ भेजा गया यह सबसे लंबा मिलिट्री काफिला है। रूसी काफिले में सैंकड़ों सैन्य वाहन, टैंक, अर्टलरी गन आदि शामिल हैं।
इससे पहले तक भेजे गए रूसी काफिलों का साइड 3 मील तक रहा था। मालूम हो कि इस युद्ध के चलते अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि हज़ारों लोग घायल हुए है। जबकि, जंग की शुरुआत के बाद से यूक्रेन के 5 लाख लोग घर छोड़कर पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हो गए हैं।