नागपुर: विजयदशमी के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान, धारा 370 पर कह गए ये बात 

नागपुर – विजयादशमी के दिन 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने आरएसएस की स्थापना की थी। उसके बाद से विजयदशमी के दिन हर साल नागपुर में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाता हैं। बता दे कि आज यानी मंगलवार को विजयदशमी का ये उत्सव बड़ी धूम धाम से मनाया गया। इस खास मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जनरल (रि.) वीके सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ ही एचसीएल के संस्‍थापक शिव नाडर इस खास कार्यक्रम में शामिल हुए। 

इस खास मौके पर नागपुर के रेशमीबाग मैदान में ‘शस्त्र पूजा' के बाद स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने वहां मौजूद सभी लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई बयान दिये। 

मोहन भागवत ने वहां मौजूद सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि दशहरे का पर्व संघ के लिए काफी मायने रखता है क्योंकि इसी दिन 1925 में संगठन की स्थापना हुई थी। इसके अलावा उन्होंने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने पर मोदी सरकार को बधाई दी। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि धारा 370 को हटाने के लिए मोदी और शाह प्रशंसा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धारा 370 हटाकर मोदी सरकार ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वे लोगों की उम्मीदों को पूरा करने और देश के हित में लोगों की भावनाओं और इच्छाओं का सम्मान करने का साहस हैं। इससे साबित हो गया कि सरकार कठोर निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं। 

इसके अलावा भागवत ने देश में हो रही मॉब लिंचिंग की अलग-अलग घटनाओं को लेकर एक बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि ‘भीड़ हत्या' (लिंचिंग) पश्चिमी तरीका है और देश को बदनाम करने के लिए भारत के संदर्भ में इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। 

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