पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा, आयी शिवराज सरकार की सच्चाई सामने

पीएम किसान सम्मान निधि योजना में फर्जीवाड़ा, आयी शिवराज सरकार की सच्चाई सामने
भोपाल/राज राजेश्वरी शर्मा: किसानों की समस्या को सुलझाने के लिए सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना बनाई पर सरकार अपनी ही बनाई हुई योजना में फर्जीवाड़ा करते हुए पकड़ी गयी. मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 1 लाख 70 हजार 596 अपात्र किसानों के खाते में राशि पहुंची है, जिन्हें राज्य सरकार ने राशि लौटाने का नोटिस भेजा है। इसमें से अभी तक सिर्फ 9,960 किसानों ने राशि लौटा दी है। केंद्र सरकार की इस योजना में फर्जीवाड़ा होने के आंकड़े विधानसभा में दिए।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना छोटे किसानों को खेती बारी में होने वाली आर्थिक समस्या को दूर करने के उद्देश्य से लागू की गई थी। मगर, केन्द्र सरकार की योजना का लाभ ऐसे लोगों ने ले लिया, जिनके नाम पर अपनी खेती योग्य जमीन भी नहीं है। ऐसे फर्जी किसान अपने दादा या पिता की जमीन का एलपीसी बनाकर अपना नाम किसान सम्मान निधि योजना में जुड़वा लिया, जो वास्तविक में उसके हकदार नहीं हैं।
कांग्रेस विधायक हर्ष यादव ने सवाल उठाया, जिसका लिखित जवाब राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने दिया। राजस्व मंत्री के जवाब में बताया गया, प्रदेश में सबसे ज्यादा नोटिस उज्जैन के 9323 अपात्र किसानों को दिए गए। इसमें से 163 किसानों ने राशि लौटा दी है। इसी तरह सीहाेर-छिंदवाड़ा में 8-8 हजार से अधिक अपात्र चिन्हित किए गए हैं।