प्रदेश में बढ़ रहे रेप के मामले, फिर भी गृहमंत्री बालाबच्चन सो रहे हैं चैन की नींद

 

मध्यप्रदेश की अगर बात करें तो किसी भी क्षेत्र में नाम आगे आये या न आये लेकिन क्राइम और रेप के मामले में सबसे आगे नाम आ ही जायेगा। ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन आप ने ये सुना हो की, आज मध्यप्रदेश में किसी भी महिला के साथ गलत नहीं हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार तो भोपाल से एक लड़की प्रत्येक दिन गायब हो रही है, फिर भी सरकार बड़े आराम से सो रही है। ऐसा लगता है कि सरकार को फर्क ही नहीं पड़ता। होने दो हमारे घर की बहू-बेटियां तो सेफ हैं न, लगता है इस विचार से मध्यप्रदेश की सरकार काम कर रही है।

गृहमंत्री बालाबच्चन को तो रेप और क्राइम जैसे शब्द लगता है सुनाई तक नहीं देते। न एक्शन लिया जा रहा है और न ही इसे रोकने का कोई प्लान बनाया जा रहा है। आखिर कब सरकार नींद से जागेगी और हो रहे महिलाओं के खिलाफ क्राइम को दूर करने की कोशिश करेगी।

अभी हाल ही में एक और दर्दनाक घटना सामने आयी है। जिसमे एक बस ड्राइवर ने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्रा के साथ गैंगरेप किया।

आपको बताते हैं कि पूरा मामला क्या था

ये घटना मध्यप्रदेश के शाजापुर के अवंतिपुर बराडिया क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल की है। जिस छात्रा के साथ ज्यादती की गई, वह उसी स्कूल में पढ़ती है। शुक्रवार को भी आम दिनों की तरह छात्रा स्कूल बस से पढने गई थी। छुट्टी के बाद सभी बच्चों को घर छोड़ने के बाद छात्रा बस में अकेली थी। इसी का मौका पाकर बस ड्राईवर अजय ने अपने साथी अमित को फ़ोन कर बुला लिया। दोनों मिलकर एक निर्माणाधीन मकान में ले गए। वहां ले जाकर उन्होंने बच्ची के साथ ज्यादती की। इतने से भी मन नहीं भरा तो अमित ने अपने पांच दोस्तों को भी फ़ोन करके बुला लिया। सभी ने बच्ची के से अश्लील हरकतें की।

सुमित, आदेश, गजेन्द्र, योगेश और सुमित फ़ोन करते ही वहां पहुँच गए। छात्रा की उम्र मात्र 13 वर्ष है और अभी वो 8वीं कक्षा की विद्यार्थी है ऐसे दरिंदो को इंसान कहना इंसयनियत के नाम पर धब्बा है। इनको कौन सी सजा होनी चाहिए ? अब वक्त आ गया है कि ऐसा हैवानो को कोई रहम न दिखाई जाये और ऐसी सजा का प्रावधान लाया जाये कि रेप करने वालों की रूंह तक कांप जाये।

कमलनाथ सरकार में नहीं रुक रही घटनाएं
पूरे प्रदेश से आये दिन रेप की अनेक घटनाओं से अखबार और अन्य न्यूज़ साइट्स भरे रहते हैं। आकड़ों की माने तो प्रदेश में औसतन हर दिन 2 महिलाओं का रेप होता है। पिछले दिनों इन घटनाओं में खासी बढ़ोतरी देखने को मिले हैं। पर सरकार अभी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने में लगी है वह अभी IIFA करवाएंगे, उलूल जुलूल बयान देंगे, पर जहाँ बात लड़कियों के सुरक्षा की आती है गृहमंत्री बाला बच्चन और सरकार चुप्पी साधकर बैठ जाती है। ये तो तय हो गया है कि सरकार के पास इन घटनाओं को रोकने के लिए निश्चित तौर पर कोई गाइडलाइन्स नहीं है, है तो सिर्फ और सिर्फ बातें।

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