आज जब देश किसान को अभिमान ओर सम्मान देने का प्रयास कर रहा है तो कांग्रेस और अन्य दलों के पेट मे मरूर उठ रही है- राहुल कोठारी
रायसेन से अमित दुबे की रिपोर्ट : – जिला भाजपा कार्यलय रायसेन में किसान बिल को लेकर प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया जहाँ प्रदेश प्रवक्ता राहुल कोठारी ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि जिस तरह किसानों के जीवन मे एक बड़ा और क्रांतिकारी परिवर्तन लाने के लिए प्रधान मंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी ने ऐतिहासिक क़ानून को कृषि विधायक 2020 को लाने का प्रयास किया बंचित किसान को अपने उत्पाद का सही मूल्य मिले अपनी इक्षा के अनुरूप अपने उत्पाद को बेचने की स्वतंत्रता मिले इसके लिए इस कानून की परिकल्पना की गई तीन तरह के कानून का प्रबंधन किया गया कृषक उपज ब्यापार ओर वाणिज्य विधायक 2020 कृषक कीमत ओर अस्वाशन करार विधायक 2020 आवश्यक वस्तु अधिनियम 2020 एक राष्ट्र एक बाजार की परिकल्पना जो भारतीय जनता पार्टी की सोच का मूल आधार है उसको परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रश्न किया गया प्रयास किया गया इसका निश्चित रूप से पूरे देश में प्रशंसा हुई है किसानों ने अपना साथ दिया है लेकिन दुर्भाग्य से हम जानते हैं की आजादी के बाद भी दिन रात पसीना बहाने वाले किसानों को आज भी सही मूल के लिए दर-दर भटकना पड़ता था उनको अपना मूल्य निर्धारित करने का अधिकार नहीं दिया जाता था और कहीं ना कहीं दलालों का जो बहुत बड़ा नेटवर्क है उसमें झगड़ कर रखा ज रहा था आज जब किसानों के जीवन का स्तर ऊंचा उठाने के लिए ये किया जा रहा है तब कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल अलग-अलग प्रपंच और अलग-अलग भ्रम फैलाकर किसानों को भ्रमित करके इसका विरोध करने का प्रयास कर रहे हैं कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी का दलालों से क्या संबंध ह इस बात को कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट करना चाहिए ओर मज़ेदार बात ये है कि जो कांग्रेस और अन्य दलों के नेता जो बिल ओर कानूनी सुधार का विरोध कर रहे हैं ये स्वयं सन 2012 में इनके समर्थन में सामने आए थे आज जब देश किसान को अभिमान और सम्मान देना का प्रयास कर रहा है तो कही न कही कांग्रेस जैसे विपक्षी दलों के पेट में मरोड़ उठ रही ह भारत में जैसे-जैसे कानूनी सुधार हुए जैसे सी ए ए धारा 370 की बात करें तीन तलाक का जो कानून बनाया गया राम मंदिर की बात हुई है इन सभी विषयों पर कांग्रेस ने देश के वातावरण को खराब करने का प्रयास किया है भय दिखाकर राजनीति करना यह कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा बनता जा रहा है हमारा प्रश्न है क्या किसान को अपने उत्पाद का दाम तय करने का अधिकार नहीं है किसान को अपने उत्पाद को किसी भी राज्य में बेचने का अधिकार नहीं मिलना चाहिए क्या किसान के उत्पाद पर दलाली खाने की प्रथा को जारी रखा जाना चाहिए क्या किसान को आधुनिक सुविधा के अनुसार अपने बाजार तलाशने का अधिकार नहीं है और क्या किसान को चुंगी और टैक्स की चक्की में पीसने के लिए छोड़ देना चाहिए लगातार ऐसे बहुत सारे प्रश्न हैं जो भारतीय जनता पार्टी किसानों के हित मे पूछती थी और आज जब हम सत्ता में है तो उनके उत्थान के लिए कई सारे कानूनी प्रावधान पहले किए गए तरह की रियायतें दी गई कई तरह की सब्सिडी दी गई लगातार इनके जीवन में उत्थान करने का सरकार प्रयास कर रही थी उसमें एक ओर प्रयास जुड़ा है इस प्रयास में जिस तरीके से जनता हमारे साथ है विशेषकर मध्य प्रदेश के किसानों ने जो भारतीय जनता पार्टी का साथ दिया है द्वारा जो प्रपंच फैलाया जा रहा था कुछ किसान विरोधी संगठनों द्वारा और किसान हितेषी बताने वाले संगठनों द्वारा खड़ा करने का प्रयास किया जा रहा था उसे मध्य प्रदेश के किसानों द्वारा पूरी तरीके से विफल बनाया गया है
राहुल कोठारी प्रदेश भाजपा प्रवक्ता