पंजाब : पंजाब कांग्रेस में सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरअसल, नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही सियासी हलचल तेज़ है। इसी बीच अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है। कहा जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ एक बार फिर बगावत सुर फूटने लगे है। दो दर्जन विधायकों और करीब आधा दर्जन मंत्रियों ने कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मंगलवार को सिद्धू के करीबी कैबिनेट मंत्री तृप्त राजेंदर बाजवा के घर पर सभी असंतुष्ट विधायकों और मंत्रियों की बैठक हुई है, जिसमें 3 मंत्रियों और 20 विधायकों (MLA) शामिल हुए और इस्तीफे की मांग को बुलंद किया। इतना ही नहीं चर्चाएं तो ये भी है कि बगावत के चलते कई मंत्री इस्तीफा भी दे सकते है।
इधर, बैठक के बाद तृप्त बाजवा ने बताया कि सीएम साहब कांग्रेस को बांटना चाहते हैं, इसलिए मैं और हम सभी चाहते हैं कि सीएम को बदलना चाहिए, नहीं तो कांग्रेस नहीं बचेगी। हमारे पास उनको बदलने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं है। न कोई काम हुआ और न कोई वादा पूरा हुआ। इसलिए हम आलाकमान को बताएंगे कि सीएम ने लोगों का भरोसा खो दिया है।
वहीं, मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि मंत्री सुखजिंदर रंधावा, सुखबिंदर सरकारिया, तृप्त राजिंदर बाजवा, चरणजीत चन्नी और महासचिव परगट सिंह इस मामले को लेकर दिल्ली जाएंगे। जहां वो कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे, और सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को बदलने की मांग करेंगे।