प्राध्यापक संघ ने महाविद्यालयीन अतिथि विद्वानों को नियमित करने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
भोपाल : प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ ने सूबे के सरकारी कॉलेज में पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से आर्थिक बदहाली और अनिश्चित भविष्य होने के बावजूद लगातार सेवा देते आ रहे अतिथि विद्वानों को नियमित करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है।
प्राध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रोफ़ेसर कैलाश त्यागी ने उल्लेख करते हुए लिखा है की 1986 और 1998 में तदर्थ आपाती नियुक्ति कर नियमितीकरण किया था कैबिनेट से प्रस्ताव लाकर। चूंकि अतिथि विद्वान मध्य प्रदेश के मूल निवासी है और उम्र के इस पड़ाव में आ गए हैं जीवन यापन के लिए वर्षो से परेशान होकर संघर्ष रत हैं। पीएससी अतिथि विद्वानों का हल नहीं है।इनका अनुभव योग्यता देखते हुए सरकार को तत्काल निर्णय लेना चाहिए।जिससे अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
वहीं, इस मामलें में अतिथि विद्वान महासंघ के मीडिया प्रभारी डॉ आशीष पांडेय ने कहा कि पिछले दो दशकों से ज्यादा समय से आर्थिक बदहाली और अनिश्चित भविष्य होने के बावजूद अपनी पूरी जिंदगी उच्च शिक्षा विभाग की सेवा में लगा दिए हैं। अतिथि विद्वान,शासन प्रशासन को अतिथि विद्वानों की मांग पर तत्काल निर्णय लेना चाहिए। अतिथि विद्वानों को नियमित कर भविष्य सुरक्षित करना चाहिए। ख़ुद मुख्यमंत्री और मंत्री जी सहित सभी बीजेपी नेता अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण के पक्ष में है पर अभी तक नियमितीकरण ना हो पाना समझ से परे है। सरकार तत्काल निर्णय ले।