Bhopal : मध्यप्रदेश को मदिरा प्रदेश बनाने की तैयारी शुरू, खुलेंगी शराब की उप दुकाने

 

Bhopal Desk, Gautam :- प्रदेश में नए आबकारी नीति 2020-21 के तहत 300 से ज्यादा शराब की उप दुकाने खोली जायेंगी। जिसमे से करीब 11 दुकाने भोपाल में खोले जाने की सम्भावना है। सबसे अहम बात यह है की इस नए आबकारी नीति का विपक्ष ने कड़ा विरोध किया था जिसके बाद कांग्रेस की तरफ से जवाब आया था कि प्रदेश में शराब की कोई भी नई दूकान नहीं खुलेगी। इस बारे में आज यानी बुधवार को कैबिनेट में बैठक है जिसमे प्रस्ताव लाया जाएगा।

एक तरफ जहाँ बिहार जैसे राज्यों में शराबबंदी कर चुनाव जीत लिए जातें हैं वही कई जगह सरकारें चुनाव जीतने के बाद शराब की उपलब्धता और बढ़ा देते हैं। इसका सबसे ताज़ा उदाहरण आपको कुछ ही दिनों में मध्य प्रदेश में दिखने को मिलेगा। मध्य प्रदेश में नई आबकारी निति लायी गई है जिसके तहत प्रदेश भर में शराब की उप दुकाने खोली जायेंगी। जिसके तहत प्रदेश भर में करीब 300 दुकाने खोली जायेंगी। मतलब अगर आपको अभी दारु खरीदने 5 किमी जाना पड़ता हो तो हो सकता है अब आपको अपने चौराहे पर ही मिल जाए। और पहले जो दूरी के नाम से आलस में एक पऊये पर ही शांत हो जाते थे वे अब पौआ मारने के बाद तुरंत जाकर खम्बा भी खरीद पायेंगे।

क्या है नई आबकारी नीति
इसके तहत भोपाल में 11 शराब की दुकाने खोली जायेंगी। अगर कांग्रेस की माने तो इस नीति में नई दुकाने नहीं खोली जायेंगी बल्कि जिनके पास पहले से लाइसेंस है उनको एक छोटी सी रकम लेकर एक और दूकान खोलने की इजाजत दे दी जायेगी तो अब यह समझिये की इसमें नया दूकान क्यूँ नहीं खुलेगा बस लाइसेंस जरूर पुराना ही रहेगा।

नए व्यापारियों को देना होगा ज्यादा टैक्स
इसमें ख़ास बात यह है की जो 5% टैक्स देकर अपनी दुकाने चला रहे हैं उन्हें नई दुकान लेने के बाद 2% बढ़ा के टैक्स देना होगा। यानी की अभी अगर आप 55 दे रहे हैं तो नई दूकान के बाद 7% देना होगा।

एक तरफ सरकारें नशामुक्ति और नशाबंदी को लेकर योजनायें चलाती हैं तो वहीँ दूसरी ओर शराब की धड़ाधड़ नई दुकाने खोली जायेंगी। अब इन दुकानो के खुलने से आम लोगों को फायदे हो न हो, कमलनाथ सरकार को फायदा होना निश्चित है। और इनका फायदा होना जरूरी भी है, पूरा प्रदेश क़र्ज़ में डूबा है दारु बेचकर ही शायद क़र्ज़ चूका दे कांग्रेस, क्यूंकि प्रदेश के बजट भी जल्द ही पेश होगा।

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