महिला आरक्षणपर शुरू हुई सियासत: दिग्विजय का कहना पूरा हुये राजीव गांधी का सपना: बीजेपी ने कही ये बात…
भोपाल। मध्य प्रदेश में महिला आरक्षण को लेकर सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि राजीव गांधी का सपना पूरा हुआ। इसके साथ ही उन्होंने राजीव गांधी का एक पुराना वीडियो भी शेयर किया है। साथ ही ट्वीट कर लिखा कि महिला आरक्षण नींव के प्रणेता राजीव गांधी जी के सपनों और विचारों को नमन! मैंने मुख्यमंत्री रहते हुए उनके बताए आदर्शों के पालन के लिए देश में सबसे पहले पंचायती राज क़ानून लाकर महिलाओं को अधिकार दिया। आज राजीव जी के सपनों को जीती और आगे बढ़ती महिलाएँ समाज और देश का संबल भी हैं और गौरव भी !!
बीजेपी ने कही ये बात
वहीं बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि दिग्विजय सिंह सफेद झूठ बोलते हैं। कांग्रेस की नाकामियों को ढोल बजाकर पीटने वाला है। महिला आरक्षण बिल 1996 से अधर में लटका है। 1998 में अटल जी ने पहल की, यूपीए की सरकार में बिल अटका कर रखा गया। सरकार जाने के डर से पेश नहीं होने दिया। कांग्रेस ने महिला विरोधी मानसिकता का परिचय दिया। अब बिल ही गाजे-बाजे के साथ सबको बताएगा।
क्या है महिला आरक्षण बिल ?
महिला आरक्षण विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 फीसदी या एक तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रस्ताव है। विधेयक में 33 फीसदी कोटा के भीतर एससी, एसटी और एंग्लो–इंडियन के लिए उप–आरक्षण का भी प्रस्ताव है। विधेयक में प्रस्तावित है कि प्रत्येक आम चुनाव के बाद आरक्षित सीटों को रोटेट किया जाना चाहिए। आरक्षित सीटें राज्य या केंद्रशासित प्रदेश के विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों में रोटेशन द्वारा आवंटित की जा सकती है। इस संशोधन अधिनियम के लागू होने के 15 साल बाद महिलाओं के लिए सीटों का आरक्षण समाप्त हो जाएगा।