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सोन नदी के भंवरसेन घाट में मिले शव की हुई शिनाख्त

सीधी से गौरव सिंह की रिपोर्ट :- जिले के रामपुर नैकिन थानांतर्गत सोमवार को अपरान्ह सोन नदी के भंवरसेन घाट पर मिले युवक के शव की शिनाख्त कर ली गई है। मृत युवक की पहचान सिंगरौली जिले के जियावन थानांतर्गत शहुआर निवासी भगवानदास साहू पिता देवशरण 42 वर्ष के रूप में की गई है। भगवानदास के पास एक जीप थी, जिसे बुकिंग पर चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे। पांच दिन पूर्व जीप बुकिंग पर लेकर निकले थे और लापता हो गए थे। परिजनों द्वारा लापता युवक की गुमसुदगी जियावन थाने में दर्ज कराई गई थी। परिजनों का आरोप है कि गुमसुदगी दर्ज कराने के बाद पुलिस द्वारा सक्रियता नहीं दिखाने के कारण भगवानदास की मौत हुई है। बहरहाल पुलिस द्वारा शव के शिनाख्त के बाद मर्ग कायम कर शव का पीएम कराते हुए परिजनों को सौंप दिया है। 
मृतक के परिजनों के मुताबिक भगवान दास साहू जीप क्रमांक एमपी 66 टी 1346 को बुकिंग पर चलाते थे, और पांच दिन पूर्व बुकिंग के इंतजार में खड़े थे, जिनके पास दो अज्ञात लोग आए और बोले कि सिहावल के पास सुपेला चलना है, तो वो चल दिए। जिसके बाद वो सिहावल के सुपेला गए। देवसर के एक दुकान में लगे सीटीटीवी के माध्यम से पता चला कि उनकी जीप 1.50 पर देवसर बजार से निकली है, फि र सिहावल, सुपेला से बहेरा डाबर होते हुए सीधी पहुंचे। सीधी से गांधी ग्राम पहुंचे, जिससे बाद सिकरा गांव मे पहुंचे, जहां से भगवानदास द्वारा घर पर फ ोन लगाकर बताया गया कि मैं सिकरा मे हूं, बुकिंग वालों को छोड़कर आ रहा हूं। इसके बाद भगवानदास ने निगरी मे अपने मित्र को फ ोन लगाकर बताया कि टिकरी के दो किलोमीटर दूर हूं, आ रहा हूं और फि र निगरी भी नहीं पहुंचे। उसके बाद भगवानदास का फ़ोन आना बंद हो गया। मोबाइल फोन से संपर्क न होने व घर न पहुंचने पर भगवानदास साहू के परिजनों द्वारा जियावन थाने में जाकर गुमसुदगी दर्ज कराई गई थी। वहीं रिश्तेदारों द्वारा सीधी कोतवाली मे भी सूचना दी गई थी। परिजनों का आरोप है कि जिस हिसाब से पुलिस को पहल करनी चाहिए मामले में गंभीरता नहीं दिखाई गई, वरना भगवानदास की जान बच सकती थी। लापता होने के चार दिन बाद लापता युवक भगवानदास का शव तो मिल गया है लेकिन जीप का कहीं पता नहीं चला है। पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच में जुटी हुई है।

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