मध्यप्रदेश में कोरोना के खिलाफ शुरु हुई प्लाज्मा थेरेपी, 5 दिन में आएंगे परिणाम
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की हालत प्रदेश ही नही देश में भी कोरोना वायरस को लेकर खराब स्थिति की गिनती में थी। लेकिन प्रदेश में इंदौर ऐसा पहला शहर है जहां कोरोना के इलाज के लिए प्लाज़मा थेरेपी अपनाई जा रही है
कहां से शुरु हुई थेरेपी
कोरोना के हॉटस्पॉट बने इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में प्लाज्मा थेरेपी से मरीजों का इलाज शुरू किया है। शहर के दो मुस्लिम युवा डॉक्टरों ने सबसे पहले अपना प्लाज्मा कोरोना ग्रस्त दो मरीजों को दान किया है। प्लाजमा थेरेपी उन मरीजों को दी जाएगी, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। क्योंकि ऐसे कई मरीज है, जिनका लंबे समय से इलाज चलने के बावजूद हालत में किसी तरह का सुधार नहीं आ रहा है। इसका कारण है उनकी कमजोर रोग प्रति रोधक क्षमता। इनमें खासकर बुजुर्ग और बच्चे शामिल हैं।
नतीजे आएंगे 5 दिनों के बाद
इस थेरेपी का इस्तमाल मरीज़ों को ठीक करने के लिए सबसे पहले चीन में शुरु किया गया थे जिसका परिणाम पॉज़िटिव आया था। इसके बाद देश में सबसे पहले दिल्ली में भी इससे गंभीर मरीज स्वस्थ हुए। अब मध्य प्रदेश के अरविंदो मेडिकल कॉलेज में रविवार को दो ठीक हो चुके कोरोना पेशेंटस का प्लाजमा दो पेशेंट पर चढ़ाया गया है। अब पांच दिन के अंदर इन मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में परिणाम देखने को मिलेंगे और परिणाम सकारात्मक रहते हैं, तो इस पद्धति को प्रदेशभर में लागू किया जाएगा।