चयनित शिक्षकों के हो रहे फोन टैप, साइबर सेल से आ रहे कॉल
द लोकनीति डेस्क:गरिमा श्रीवास्तव
मध्यप्रदेश में चयनित शिक्षकों को अब प्रदर्शन के बाद भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है सबसे पहले तो प्रशासन ने उन पर नामजद f.i.r. दर्ज किया और अब चयनित शिक्षकों की फोन टैप की बातें भी सामने आई है.
चयनितों के बीच दहशत तक फैल गई जब एक महिला ने बताया कि उसके पास पुलिस का फोन आया और पुलिस द्वारा यह बात कही गई कि आपका पति 18 अगस्त वाले प्रदर्शन में शामिल था. जिसके बाद महिला ने बताया कि उनके पति की कोविड के दौरान ही मृत्यु हो गई है वह कैसे प्रदर्शन में शामिल हो सकते हैं इस पर पुलिस ने कहा कि आप झूठ बोल रही है.हमारे पास रिकॉर्ड है.
चयनित शिक्षकों ने बताया कि उन्हें लगातार फोन आ रहे हैं और यह धमकी दी जा रही है कि वह प्रदर्शन ना करें और अगर वह प्रदर्शन करते हैं तो उसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा.
चयनित शिक्षकों ने बताया कि उनके फोन को टैप किया जा रहा है वह जिस से बात करते हैं उनके परिजनों तक को पुलिस द्वारा फोन किया जा रहा है.
हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चयनित शिक्षकों का मुकदमा वापस लेने की बात कही थी. लेकिन अभी तक उनका केस वापस नहीं लिया गया.
कल इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चयनित शिक्षिका भेंट करने पहुंची तो मुख्यमंत्री की कोई प्रतिक्रिया नहीं रही शिक्षिका बोलती रही अपनी नियुक्ति के लिए भीख मांगती रही पर सीएम शिवराज ने जवाब नहीं दिया बल्कि उनके गार्ड ने महिला गार्ड को बुलाकर महिला को वहां से हटवा दिया.
चयनित लगातार गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें जल्द से जल्द सरकार नियुक्ति दे. अब देखना होगा कि आगे इस मामले पर और क्या कुछ होने वाला है.