गीदड़ भभकी देने से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, अब राष्ट्रपति कोविंद के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोलने से किया इनकार

370 हटने के बाद से पाक की एक और नापाक करतूत

भारत सरकार के जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के अहम फैसला लेने के बाद से बौखलाए पाक की बौखलाहट कम नहीं हो रही है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 के बाद पाकिस्तान द्वारा पहले ही भारत के राजनयिक को वापिस भेजने के साथ साथ द्विपक्षीय व्यापार भी खत्म किया जा चुका है। भारत को युद्ध से लेकर परमाणु हमले तक की गीदड़ भभकी दे चुके पाकिस्तान ने एक बार फिर ना’पाक’ बयान देकर दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति को उत्पन्न कर दिया है। इस बार पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए अपना हवाई क्षेत्र ना खोलने का फैसला लिया है। यह जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को दी। कुरैशी ने कहा कि इस्लामाबाद ने भारत के राष्ट्रपति को अपने हवाई क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी है। इसके अलावा उन्होंने कश्मीर मुद्दे का जिक्र करते हुए कहा कि,” कश्मीर मुद्दे के लिए हम संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद् में जाएंगे।” राष्ट्रपति कोविंद को आइसलैंड जाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करना था। बता दें कि राष्ट्रपति भारत और आइसलैंड, स्विट्जरलैंड और स्लोवेनिया जैसे प्रमुख देशों के बीच आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में अगले सप्ताह विदेशी यात्रा पर जाएंगे। राष्ट्रपति कोविंद सोमवार को तीन देशों की यात्रा पर जाएंगे।

9 सितंबर से शुरू होगी राष्ट्रपति की विदेश यात्रा

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 9 सितंबर को आइसलैंड के लिए प्रस्थान करके अपनी यात्रा को प्रारंभ करेंगे। इस विदेशी दौरे के दौरान राष्ट्रपति कोविंद इस साल की आतंकवादी घटनाओं पर, खासकर पुलवामा हमले के आलोक में भारत की राष्ट्रीय चिंताओं पर उन देशों के शीर्ष नेतृत्व को जानकारी देंगे। 9 सितंबर को आइसलैंड पहुंच कर वहां के राष्ट्रपति गुडनी जॉनसन और प्रधानमंत्री कैट्रिन जाकोसडोट्टिर से बातचीत करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति स्विट्जरलैंड के दौरे पर जाएंगे। राष्ट्रपति 11 सितंबर को स्विट्जरलैंड पहुंचेंगे। इस दौरान भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति यूली मौरेर और मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों के बीच मुलाकात होगी। राष्ट्रपति स्विट्जरलैंड से 15 को रवाना होंगे और अंत में स्लोवेनिया जाएंगे। कोविंद 15 सितंबर को ही स्लोवेनिया पहुँच जाएंगे। वहां के राष्ट्रपति बोरूत पाहोर और प्रधानमंत्री मार्जन सारेक के साथ व्यापक वार्ता करने के बाद कोविंद भारतीय समुदाय के लोगों द्वारा आयोजित एक स्वागत कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे।

बता दें कि कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद पाक द्वारा की गयी यह कोई पहली नापाक हरकत नहीं है। इससे पहले भी पाकिस्तान ऐसे कई नापाक हरकतों को अंजाम दे चुका है। दरअसल आर्टिकल 370 के हटने से पाकिस्तान और कश्मीर में पनाह लिए हुए आतंकवादिओं के लिए बड़ी चुनौती पैदा हुई, जिसके बाद से पाकिस्तान यह चाहता है की भारत अपना ये फैसला वापस ले ले। इसके लिए पाकिस्तान ने UN समेत तमाम बड़ों देशों से मदद मांगी पर फिर भी उसका यह सपना पूरा ना हो सका।

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