मध्यप्रदेश : कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी के कारण हज़ारों लोगों की मौत हुई। बात मध्यप्रदेश की करें तो यहां अप्रैल 2021 में ऑक्सीजन से अनेक मौत होने के आरोप लगे थे। शहडोल, छतरपुर, भोपाल, ग्वालियर, कटनी सहित कई जिलों में अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते कोरोना मरीजों की मौत के आरोप लगे थे। हालांकि अब सरकार ने इसे नकारा हैं।
रिपोर्ट में पर्याप्त ऑक्सीजन
खास बात ये है कि मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत स्वीकार नहीं की हैं। ऑक्सीजन की कमी को लेकर हाईकोर्ट में लगी याचिकाओं पर सरकार ने लिखित में कोर्ट में रिपोर्ट दी थी कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई और पर्याप्त ऑक्सीजन हैं।
इतना ही नहीं प्रदेश सरकार के मंत्री भी अब यही बात कर रहे हैं। प्रदेश के स्वास्थ मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी के बाद अब मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी ये कहा है कि ऑक्सीजन के चलते कहीं भी कोई भी मौतें नहीं हुई हैं। सारंग ने कहा कि महामारी में हर व्यवस्था छोटी होती है, ऑक्सीजन एक चुनौती थी लेकिन उसकी कमी नहीं थी। हमने ६०० मेट्रिक टन १ दिन में प्रेक्योर किया, जबकि कंजप्शन ४५७ मेट्रिक टन प्रतिदिन था।
मंत्री विश्वास सारंग ने ये बयान बुधवार को चेन्नई में दिया। बता दे कि सारंग तमिलनाडू के स्वास्थ्य मंत्री एम सुब्रमण्यम से मिले थे। इसी दौरान उन्होंने ये बयान दिया।