Jabalpur : शहर के रास्ते अब गाँवों तक पहुंच रहा कोरोना और अब आयुर्वेद से हारेगा कोरोना

आईसीएमआर लैब से आज सोमवार की शाम मिली 87 सेम्पल की परीक्षण रिपोर्ट्स में एक पाटन के वार्ड नम्बर-पाँच चौधरी मोहल्ला के मनोज चौरसिया उम्र 46 बर्ष को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसे मिलाकर जबलपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 69 हो गई है । इनमें से सात स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं और एक का मृत्यु के बाद लिया गया सेम्पल परीक्षण में पॉजिटिव पाया गया था।

आयुर्वेद से हरायेंगे कोरोना को 

प्रदेश में कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने में लगी सरकार ने अब एक बड़ा फैसला किया है. राज्य सरकार ने अफसरों के दल गठित कर उनको जिलों में भेजने का प्लान बनाया है। इसके तहत एक प्रशासनिक, एक मेडिकल (Medical) और दूसरे विभागों से जुड़े अफसरों की टीम बनाकर कोरोना प्रभावित वाले जिलों में भेजा जाएगा. हर एक टीम में पांच से 10 सदस्य होंगे जो जिलों में पहुंचकर कैंप करेंगे और मौके पर ही व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे।

दरअसल इसके पीछे सरकार की मंशा ये है कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित वाले जिलों में जो शिकायतें मिल रही हैं उसका मौके पर समाधान किया जाए। प्रशासनिक स्तर के अफसर जिले में प्रशासनिक व्यवस्था, डॉक्टर अस्पताल और इलाज समेत दवा की व्यवस्था, खाद्य विभाग के अधिकारी राशन व्यवस्था और दूसरे विभाग से जुड़े अफसर अन्य व्यवस्थाओं पर फोकस करेंगे ताकि लॉकडाउन के लंबे पीरियड में अब सामने आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके।

कोरोना के असर वाले जिले चुने गये
इसके लिए सरकार ने शुरुआती तौर पर उन जिलों को चुना है जहां पर कोरोना का असर सबसे ज्यादा है और जहां पर 3 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला हो सकता है। इसमें इंदौर, उज्जैन, खरगोन और भोपाल शामिल हैं। इसके अलावा भी ऑरेंज जोन वाले जिलों में प्रशासनिक अफसरों की टीम को भेजा जाएगा ताकि वहां पर आ रही दिक्कतों को दूर किया जा सके. साथ ही कुछ अफसरों की टीम को ग्रीन जोन वाले जिलों में भी भेजने की तैयारी है ताकि वहां पर 3 मई के बाद रिलैक्सेशन देने को लेकर फैसला हो सके।

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