मध्यप्रदेश में चौथी हनी ट्रैप गैंग का खुलासा
सेक्स-रैकेट की आड़ में चलाया जा रहा था ब्लैकमेलिंग का धंधा
मध्यप्रदेश हनी ट्रैप (Honey Trap Case) मामले में एक के बाद एक हनी ट्रैप गैंग के खुलासे हो रहे हैं | इंदौर शहर के बाद अब तक भोपाल में तीन गैंग का पर्दाफाश किया गया है | दरअसल, गुरुवार के दिन सेक्स-रैकेट की आड़ में ब्लैकमेलिंग का धंधा चलाने वाली चौथी गैंग को भी पकड़ लिया गया है | इसके तहत, पुलिस के अनुसार, इंदौर हनी ट्रैप मामले के बाद भोपाल में पकड़े गए सभी गैंग के तार एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, ऐसा बताया जा रहा है | खबरों के अनुसार, जिस्मफरोशी की आड़ में रसूखदारों को ब्लैकमेल करने का काम किया जा रहा था |
दरअसल, 26 सितंबर को चौथी हनी ट्रैप गैंग का खुलासा हुआ है, जो कि भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र में हुआ है | पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचित किया गया था कि मुनमुन शादी हाल के पीछे राजवंश कॉलोनी में एक महिला किराये के मकान में सेक्स रैकेट का संचालन कर रही है | इस सूचना के बाद पुलिस द्वारा घेराबंदी की गई, जिसमें 7 महिलाओं और 5 पुरुषों को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया है | वहीं, आरोपियों के पास से 13 मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं | सभी महिलाएं भोपाल की रहने वाली बताई जा रहीं हैं | ये सभी कॉल गर्ल्स बताई जा रही हैं |
बताया जा रहा है कि इनके तार निशातपुरा के करोंद और कोलार के दानिश कुंज से पकड़ी गई गैंग से जुड़े हुए हैं | बता दें कि पुलिस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि निशातपुरा के करोंद में पकड़ी गई गैंग द्वारा दो कारोबारी से 5 लाख रुपए ऐंठे गए थे | वहीं, कोलार की गैंग द्वाराएक डॉक्टर को फंसा कर 50 हजार रुपए लिए गए थे | जांच में इस बात का भी खुला हुआ है कि निशातपुरा और कोलार की गैंग का एक टीआई और 6 पुलिसकर्मी साथ दे रहे थे | गैंग में लिप्त पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच की जा रही है |