दिल्ली लौटने की अटकलों पर बोले कमलनाथ, मैं "मप्र" से हिलूंगा तक नहीं….छोड़ेंगे नेता प्रतिपक्ष का पद!
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश की 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद से ही प्रदेश कांग्रेस में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हैं। जबकि खुद प्रदेश कांगेस अध्यक्ष कमलनाथ भी बीते दिनों छिंदवाड़ा में राजनीति से सन्यास लेने के संकेत दे चुके हैं। उन्होंने कहा था कि जब तक छिंदवाड़ा की जनता चाहेगी वे राजनीति में रहेंगे। वैसे वे काफी काम कर चुके हैं। अब आराम करना चाहते हैं। कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया हैं।
इसी बीच कमलनाथ के नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने को लेकर भी चर्चओं का बाज़ार गर्म हैं। अभी कमलनाथ प्रदेशाध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष का पद अपने पास रखेंगे। लेकिन खबर है कि वो अब नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार कमलनाथ ने नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को बता दिया हैं। अब फैसला दिल्ली को लेना हैं।
कहा जा रहा है कि प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए छह से ज्यादा वरिष्ठ विधायकों के नाम हैं, इन्हीं नामों से किसी एक के बारे में फैसला भी पार्टी आलाकमान के स्तर पर ही लिया जाएगा। क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में 96 विधायकों के साथ मजबूत विपक्ष की भूमिका हैं
इस से पहले कमलनाथ के दिल्ली लौटने के कयास लगाय जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि आला कमान उन्हें दिल्ली संगठन की बड़ी भूमिका देने की तैयारी में हैं। दरअसल, मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल के निधन के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में खालीपन आ गया हैं। ऐसे में संगठन के शीर्ष नेतृत्व को किसी दिग्गज नेता की जरूरत हैं। ऐसे में इस बात की अटकलें तेज़ है कि कमलनाथ दिल्ली भी लौट सकते हैं।
इतना ही नहीं कमलनाथ के दिल्ली जानें की अटकलों के बीच पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा का बड़ा बयान सामने आया था।
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने बताया कि कमलनाथ को दिल्ली बुला रहे हैं, जबकि हम चाहते हैं कि वे यहीं रहें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व में मोतीलाल वोरा और अहमद पटेल के जाने के बाद खालीपन आ गया हैं। ऐसे में संगठन के शीर्ष नेतृत्व को उनकी जरूरत हैं। इसी कारण कमलनाथ को दिल्ली में संगठन में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी की जा रही हैं। हालांकि कमलनाथ के दिल्ली और एमपी में रहने का फैसला केंद्रीय नेतृत्व को करना हैं।
हालांकि, दिल्ली जाने की अटकलों पर कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश से हिलूंगा तक नहीं।