अब कपड़ा व्यापारी भी किसानों की तरह सड़को पर उतरकर करेंगे विरोध, बनाया ये प्लान

ग्वालियर : कल यानी नए साल के मौके पर आम आदमी की जेब एक बार से भारी होगी, क्योंकि कल से कपड़ो और फुटवेयर पर GST की दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत लगेगी। ये फ़ैसला किसी और का नहीं बल्कि केंद्र सरकार का हैं। केंद्र सरकार के इस फ़ैसले का देशभर में जमकर विरोध हो रहा है।
बता दे कि मध्यप्रदेश के ग्वालियर में भी कपड़ा व्यापारियों ने अपनी दुकाने और शोरूम बंद रखकर इसका विरोध जताया।
इस दोराब मध्य प्रदेश चेंबर ऑफ़ कॉमर्स ग्वालियर के अध्यक्ष विजय गोयल ने कहा कि जब भी व्यवसाईयों पर कोई संकट आया है चेंबर ने आगे आकर आंदोलनों को लीड किया है और यह कार्य आगे भी जारी रहेगा। केंद्र सरकार द्वारा कपड़ा एवं 1000 से कम कीमत के जूते पर जीएसटी की दर 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किए जाने का निर्णय राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है।
वहीं, दूसरी तरफ मानसेवी सचिव डॉ प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि हम सभी को किसान आंदोलन से सबक सीखना चाहिए। किसानों की एकता व आंदोलन के सामने, सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा। यदि सरकार द्वारा शुक्रवार को आयोजित जीएसटी काउंसिल की बैठक में कपड़ा एवं रेडीमेड से जीएसटी की दरें पुनः 5 प्रतिशत किए जाने का निर्णय नहीं लिया जाता है, तब हमें सड़कों पर आकर आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।