नई दिल्ली – शनिवार को केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट 2020-21 पेश किया। ये बजट भारत के इतिहास का सबसे लंबा बजट था। उन्होंने पूर्व के वित्त मंत्रियों के दिए भाषण का रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने जुलाई 2019 में अपने पहले बजट भाषण में दो घंटे और 17 मिनट तक बात की थी। लेकिन इस बार उन्होंने 160 मिनट के रिकॉर्ड संबोधन किया।
बता दे कि इस रिकॉर्ड तोड़ संबोधन के दौरान वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अस्वस्थ हो गई। ढाई घंटे से ऊपर दिए गए भाषण के बीच निर्मला सीतारमण बोलते-बोलते अचानक रुक गई। सब पूछने लगे कि क्या हो गया। इस बीच वित्त मंत्री सीतारमण ने पानी पिया। वहीं, पास में बैठे राजनाथ सिंह ने तुरंत पूछा, क्या आप ठीक हैं? इस पर निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया- आई एम फाइन।
मालूम हो कि 45 पन्नों के बजट भाषण में वे 44वें पन्ने पर आकर रुक गईं उन्हें बीच में ही भाषण छोड़ना पड़ा।
हालांकि रुकने से पहले निर्मला सीतारमण ने हिम्मत जुटा कर फिर पढ़ना शुरू किया था। लेकिन उन्हें बहुत ताकत लगानी पड़ रही थी। शब्द बाहर नहीं आ रहे थे क्योंकि बोलना उनके लिए आसान नहीं था। बोलते बोलते वो फिर रुक गईं और चश्मा उतार दिया। सब जान रहे थे कि वित्त मंत्री की तबीयत बिगड़ रही हैं। लेकिन वित्त मंत्री बैठीं नहीं, चश्मा पहन कर फिर भाषण पढ़ना शुरू कर दिया।
इसके बाद वो फिर भाषण पढ़ने लगीं। इस दौरान सबको लगा कि अब ठीक हैं, लेकिन सब ठीक नहीं था। बाद में उन्होंने स्पीकर से बजट को ख़त्म करने की अनुमति मांगी, और कहा कि अब वो भाषण खत्म करना चाहती हैं। इस दौरान सबने कहा कि यही ठीक हैं। 2 घंटे 40 मिनट का भाषण निर्मला सीतारमण के लिए आसान नहीं था।