Nirbhaya Case :- पटियाला हाउस कोर्ट ने रेपिस्टों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने से किया इंकार

नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :- पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया(Nirbhaya) के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने से इंकार करते हुए कहा है कि अगर कानून दोषियों को जीने की इजाजत देता है तो उन्हें फांसी पर चढ़ाना पाप होगा।
डेथ वारंट की याचिका ख़ारिज होने के बाद निर्भया की माँ के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आखिरकार दोषियों के वकील की बात सत्य साबित हो रही है। बता दें की अपराधियों के वकील ने निर्भया की माँ आशा देवी से कहा था कि आखिरकार में यही होने वाला है कि दोषियों को मौत के घाट नहीं उतारा जाएगा।माँ आशा देवी यही बात कह कह के बार बार रो रही हैं।

 

बता दें कि दिल्ली सरकार ने दोषियों के डेथ वारंट के लिए याचिका दायर की थी। दिल्ली सरकार से केस लड़ रहे वकील ने सभी जानकारी पटियाला कोर्ट के समक्ष रखते हुए कहा था कि अब किसी भी कोर्ट में किसी भी दोषी की याचिका लंबित नहीं है। अब कोर्ट नया डेथ वारंट आसानी से कर सकती है।
सरकारी वकील की इस दलील पर कोर्ट ने पूछा कि क्या एक दोषी की दया याचिका और एक की क्यूरेटिव लगनी बाकी है? यह कैसे माना जाए कि दोषी नई याचिका नहीं लगाएंगे? इस पर सरकारी वकील ने कहा कि कोर्ट या तिहाड़ प्रशासन किसी भी दोषी को याचिका लगाने के लिए बाध्य नहीं कर सकते हैं.

आपको बता दें कि रेप मामले में चार दोषी थे जिसमे से तीन दोषियों ने अपनी क्यूरेटिव और दया याचिका दायर कर दी थी और उनकी याचिका को ख़ारिज कर दिया गया था पर चौथे दोषी पवन ने अभी अपने क्यूरेटिव और दया याचिका का इस्तेमाल नहीं किया है। लिहाज़ा कोर्ट को लगता है कि वह कभी भी अपनी याचिका दायर कर सकता है और बिना क्यूरेटिव और दया याचिका पर सुनवाई किये नया डेथ वारंट जारी नहीं किया जा सकता है। सुनवाई के दौरान पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने कहा, 'जब कानून दोषियों को जीने की इजाजत देता है तो उन्हें फांसी देना पाप है.'
इससे पूर्व राष्ट्रपति ने तीनो अपराधियों की याचिका को ख़ारिज कर दिया था। सिर्फ पवन गुप्ता के पास क्यूरेटिव पिटीशन का विकल्प बचा है. इसी आधार पर कानून का हवाला देते हुए दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने नया डेथ वारंट जारी करने वाली मांग खारिज कर दी है।
अब देखना है कि नया डेथ वारंट जारी होगा या निर्भया के दोषियों के मौत का फरमान दिन ब दिन टलता जाएगा ?
निर्भया की माँ और पूरे देश के आँखों में बस सवाल हैं पर जवाब कब मिलेगा इसकी उम्मीद बहुत काम नज़र आ रही है।

 

 

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