चिंता में कमलनाथ: बूथ स्तर पर प्लान बनाकर कर रहे मॉनिटरिंग, डर है मतदान से पहले और कोई विधायक ना हो जाए बागी

चिंता में कमलनाथ: बूथ स्तर पर प्लान बना कर कर रहे मॉनिटरिंग, डर है मतदान से पहले और कोई विधायक ना हो जाए बागी

 

 

भोपाल:- मध्य प्रदेश में 3 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर 30 अक्टूबर को चुनाव होने हैं. इस उपचुनाव का परिणाम 2 नवंबर को घोषित किया जाएगा. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही मुख्य पार्टी उपचुनाव में जीत दर्ज कराने के लिए चुनावी क्षेत्रों में सभाएं कर रही है. इसी बीच कांग्रेस के एक दिग्गज विधायक ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया.

अब कांग्रेस के सामने यह डर बन चुका है कि कहीं चुनाव की तारीख से पहले कोई और विधायक भाजपा का दामन ना थाम ले.

बूथ स्तर पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं पीसीसी चीफ कमलनाथ :-

खरगोन के बड़वाह से कांग्रेस विधायक सचिन बिरला के दल बदल कर बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस ने उपचुनाव के आखिरी 72 घंटों के लिए अब नया प्लान तैयार किया है. उसने बूथ स्तर पर मॉनिटरिंग बढ़ा दी है. पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamalnath) खुद बूथ स्तर पर निगरानी रख रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सीटों के उपचुनाव में भी आखिरी दौर में वोटर खिसक न पाएं इस पर कांग्रेस की पैनी नजर है. वोटिंग के दिन हर चरण पूरा होने पर पार्टी सर्टिफिकेट लेने के बाद ही दूसरा चरण शुरू करने पर सहमति देगी.

मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता, कहा “और भी लोग हो सकते हैं बीजेपी में शामिल”:-

 वही प्रदेश के मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा जो भी बीजेपी के विचारों से मेल खाता है उसका पार्टी में स्वागत है. उन्होंने ने यह कहकर कांग्रेस की धड़कन को तेज कर दिया है कि अभी कुछ और कांग्रेस के नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं.

अब देखना होगा चुनाव के आखिरी दौर में कौन सी पार्टी मजबूती से उभर कर सामने आती है और कौन सी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ सकता है.

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