आप और भाजपा के सोशल मीडिया हेड ने कहा "सोशल मीडिया कैंपेन का मकसद युवा मतदाताओं को आकर्षित करना है"

नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :- दिल्ली चुनाव (Delhi Election) को लेकर सिर्फ दिल्ली में ही नहीं सोशल मीडिया (Social Media) पर जंग ज़ारी है। आप और भाजपा पार्टी बड़े व्यंगात्मक तरीके से अपने अपने भाव सोशल मीडिया पर प्रकट कर भीड़ इकट्ठा कर रही है।
वहीँ आप के और भाजपा के सोशल मीडिया हेड अपने अलग अलग पर्सपेक्टिव को बता रहे हैं। पर दोनों एक मत पर एक दुसरे से सहमत हैं। दोनों का कहना है कि सोशल मीडिया पर मुख्य आधार युवा वर्ग हैं जिन्हे वोट के लिए लुभाया जा रहा है।
रिसर्च आंकड़े से ज्ञात हुआ है कि सोशल मीडिया पर सबसे ज़्यादा एक्टिव युवा वर्ग है।
सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रकार के मीम्स बनाए जा रहे हैं। जिससे युवाओं को आकर्षित किया जा सके। मुख्य तौर पर मीम्स युवाओं को लुभाते हैं।
आप और भाजपा की क्रिएटिव टीम दर्शकों को लुभाने हेतु विशेष कंटेंट बना रही है।
मीम्स(Memes) इनका मुख्य लक्ष्य है।
वहीं ‘आप’ द्वारा 1993 में रिलीज शाहरुख (Shahrukh Khan) की फिल्म बाजीगर पर मीम बनाया गया था। काजोल (Kajol) को दिल्ली, शाहरुख को केजरीवाल (Kejriwal) और काजोल के दोस्त बने इंस्पेक्टर (सिद्धार्थ) को मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) बताया। ट्वीट में लिखा, ‘ऑल द बेस्ट सर, मनोज तिवारी।’ मकसद था भाजपा को यह बताना कि दिल्ली केजरीवाल को पसंद करती है और तिवारी खाली हाथ रहेंगे। यह मीम युवाओं के बीच खूब चलें सरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आप सपोर्टर्स द्वारा इस पर अनेकों प्रतिक्रियाएं की गई।
वहीं इस मीम्स से भाजपा ने नारजगी भी जताई।
दूसरी तरफ भाजपा केंद्र सरकार की सफलताओं और केजरीवाल की असफलताओं को सोशल मीडिया पर विशेष कंटेंट के द्वारा दिखाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा सोशल मीडिया हेड पुनीत अग्रवाल का कहना है कि क्रिएटिव कंटेंट बनाने की कोशिश जारी है। चाहे वो वीडियो हों या मीम्स। लोग टैक्स्ट से ज्यादा इन्हें पसंद करते हैं। किसी की भावनाओं को ठेस न पहुंचे, इसका विशेष ध्यान रखते हैं।”
अब देखना यह है कि कि दोनों पार्टियों के सोशल मीडिया हेड द्वारा चल रहे प्रयास सफल होंगे या नहीं ?
किसकी बेहतरीन प्रयास रंग लाएगी ?
कौन सी पार्टी युवाओं को आकर्षित कर पाएगी और कौन सी नहीं ?
यह तो चुनाव के रिजल्ट आने के बाद साबित हो जाएगा।