सभी खबरें
नई गाइडलाइन : चल समारोह की अनुमति नहीं, ऐसे होगा विसर्जन….पढ़े यहां
भोपाल : मध्यप्रदेश में अभी भी कहीं न कहीं कोरोना का कहर बना हुआ है। राजधानी भोपाल से लगातार रोज़ 1-2 या कभी ज़्यादा मामले सामने आ रहे है, जो इस समय चिंता का विषय है, क्योंकि वर्तमान में त्योहार का दौर चल रहा है। ऐसे में यदि मामले बढ़ते है तो फिर सरकार सख्त कदम उठा सकती है।
बता दे कि कोरोना गाइडलाइन के चलते पिछले साल की तरह इस बार भी शहर में चल समारोह नहीं निकलेगा।
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि पुलिस, होमगार्ड, एनडीआरएफ, निगम आदि के 5000 कर्मचारी व्यवस्था संभालेंगे। चल समारोह की अनुमति नहीं होगी। भीड़ को रोकने बैरिकेड्स लगाए गए हैं। सभी घाटों पर नगर निगम की क्रेन से विर्सजन होगा।
इधर, शहर में इस बार करीब 700 छोटी बड़ी प्रतिमाएं स्थापित की गईं हैं। पूर्व में ये 1500 से ज्यादा होती थीं।
कोरोना गाइडलाइन के तहत होगा विसर्जन
- दुर्गा प्रतिमाएं पंडालों से सीधे विसर्जन घाट पर जाएंगी।
- घाटों पर भीड़ को रोकने बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
- एक प्रतिमा के साथ में 10 से अधिक लोग नहीं जाएंगे।
- किसी को घाट पर पानी तक पहुंचने की अनुमति नहीं होगी।
- झांकियों के बीच भी उचित दूरी रखी जाएगी।
- जिले के 7 घाटों पर विसर्जन की व्यवस्था की गई है। प्रमुख घाटों जैसे रानी कमलापति घाट कमला पार्क, प्रेमपुरा घाट, सीहोर नाका, हथाईखेड़ा अनंतपुरा, शाहपुरा, ईटखेड़ी, खटलापुरा, नरोन्हा सांकल और मालीखेड़ी विसर्जन स्थल पर रस्सी और बैरिकेड्स लगाए जा रहे हैं।