New Delhi :- बीजेपी सहप्रभारी ने शाहीनबाग की तुलना आईएसआईएस से की, कहा शाहीनबाग शैतानबाग है, जानिए किस नेता ने दिया यह बयान

नई दिल्ली / गरिमा श्रीवास्तव :– नई दिल्ली चुनाव( Delhi Election )और सीएए (CAA) को लेकर लगातार नेताओं के बयान आ रहे हैं अभी दो दिन पूर्व ही पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद ने शाहीनबाग को लेकर विवादित बयान दिए थे। उनके इस बयान से राजनैतिक गलियारों में काफी शोर था। विपक्ष जमकर कटाक्ष कर रहा था माफ़ी भी मांगने की बात की गई। पर प्रवेश वर्मा ने माफ़ी मांगने से साफ़ इंकार कर दिया था।
अभी यह बातें लोगों के ज़हन से गई भी नहीं थी कि भाजपा सहप्रभारी तरुण चुघ(Tarun Chugh)  ने भी एक विवादित बयान दे दिया है। शाहीनबाग की तुलना आईएसआईएस (ISIS) से करते हुए तरुण ने कहा कि शाहीनबाग( Shaheenbagh) किसी आतंकी संगठन से काम नहीं है। यह अब शैतानबाग़ बन गया है।

#DeshKeGaddaronKoGoliMaaroSaalonKo गलत नहीं है।भारत की अखंडता को किसी को भी तोड़ने नहीं देंगे है।शाहीन बाग के मतलब शैतान बाग है।जैसे ISIS ने महिलाओं,बच्चों का इस्तेमाल किया है ये भी उसी मॉड्यूल को अपना रहे हैं।भारत में हाफ़िज़ सईद के विचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। @ZeeNews

— Tarun Chugh (@tarunchughbjp) January 29, 2020

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जानिए तरुण चुघ ने ट्वीट के माध्यम से क्या कहा :-

तरुण चुघ ने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि “हम दिल्ली को सीरिया कभी नहीं बनने देंगे। जैसे ISIS ने महिलाओं,बच्चों का इस्तेमाल किया है ये भी (शाहीनबाग के लोग ) उसी मॉड्यूल को अपना रहे हैं। हम यह कतई बर्दास्त नहीं करेंगे।साथ ही साथ यह भी कहा कि भारत में हाफ़िज़ सईद के विचारों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

We will not let Delhi become Syria and allow them to run an ISIS-like module here,where women and kids are used. They are trying to create fear in the minds of people of Delhi by blocking the main route. We will not let this happen.(We will not let Delhi burn).#ShaheenBaghKaSach

— Tarun Chugh (@tarunchughbjp) January 29, 2020

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आपको बता दें कि शाहीनबाग में पिछले डेढ़ महीने से प्रदर्शन जारी है। आए दिन सीएए के पक्ष और विपक्ष के लोगों के बयान सामने आ रहे हैं। प्रदर्शन में भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि नरेंद्र मोदी की सरकार लगातार लोकतंत्र को कुचल रही है और यह कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दूसरी तरफ नेताओं के बयान एक दूसरे पर धावा बोलते हुए दिखाई दे रहे हैं।
अब देखना यह है कि आखिर शाहीनबाग का क्या होगा ? उनकी मांगें सरकार स्वीकार करेगी या धरना प्रदर्शन निरंतर चलता रहेगा
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