हमीदिया कोरोना यूनिट में लापरवाही! डीन बोले सब ठीक है, नर्स ने कहा, लाइट न होने से बहुत दिक्कत हो रही, गई जान
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कांग्रेस से दो बार पार्षद रहे 67 वर्षीय मरीज अकबर खान की रात 10:40 बजे मौत हो गई। दरअसल, शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल की लापवाही सामने आई। यहां कोविड यूनिट में करीब 2 घंटे तक बिजली गुल रहीं। बिजली गुल हो जाने के बाद इमरजेंसी बैकअप का सहारा लिया गया, लेकिन महज 10 मिनट में वह भी बंद हो गया। कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की मशीनें बंद हो गई। हाईफ्लो सपोर्ट पर चल रहे दो मरीजों की हालत बिगड़ गई। उनको वेंटिलेटर पर लिया, सीपीआर भी दिया गया। बावजूद इसके कांग्रेस से पार्षद अकबर खान की जान चली गई।
इधर, पूर्व पार्षद की मौत की सूचना मिलते ही हमीदिया में उनके 500 ये ज्यादा समर्थक और कुछ रिश्तेदार भी हमीदिया अस्पताल पहुंच गए। काफी देर तक गहमागहमी बनी रही। नाराजगी हमीदिया प्रबंधन के नाकाफी इंतजामों को लेकर थी। वहीं, अकबर खान के बेटे अहमद खान ने बताया कि दो घंटे तक कोविड यूनिट में लाइट नहीं रही। सुबह तक अब्बू ठीक थे। हमें देर रात तक मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि रात करीब एक बजे उनका शव डॉक्टरों ने हमे सौंपा। अकबर खान के बेटे अहमद खान का आरोप है कि जब डीन को कॉल किया तो उन्होंने कहा था कि सब ठीक हैं। कोरोना यूनिट में कॉल किया तो नर्स बोली- लाइट न होने से बहुत दिक्कत हो रही हैं।
जबकि, भाई महमूद खान का कहना है कि वीडियो कॉल पर डॉक्टराें ने कहा था कि अकबर हाथ-पैर झटक रहे थे व मास्क भी नहीं लगा रहे हैं। इसलिए 3 दिन पहले उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन लगाया था। इसके बाद से उनसे बात नहीं हो पाई।
इधर, इस पुरे मामले पर हमीदिया के अधीक्षक डॉ. आईडी चौरसिया ने कहा कि ट्रांसफाॅर्मर में फॉल्ट होने से बिजली गई थी। बैकअप से भी 10 मिनट ही सप्लाई मिल पाई। सभी वार्डों में डॉक्टर भेजे गए थे। किसी की मौत होने की जानकारी नहीं हैं।