10 नवंबर से फडणवीस के टच में थे अजित, NCP के इन दो विधायकों को थी इसकी जानकारी, हुआ चौका देने वाला खुलासा
महाराष्ट्र / खाईद जौहर – महाराष्ट्र में जैसे जैसे सियासी दौर आगे बढ़ रहा हैं, वैसे वैसे चौका देने वाले खुलासे हो रहे हैं। एनसीपी पार्टी से बगावत करने वाले अजित पवार को लेकर अब चौका देने वाला खुलासा हुआ हैं। अजित पवार को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई हैं। बता दे कि अंग्रेंजी अखबार मुंबई मिरर ने इस बात का दवा किया है कि सरकार बनने को लेकर अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस के बीच पहली बार 10 नवंबर को बातचीत हुई थी।
रिपोर्ट ने कहा गया कि 10 नवंबर के बाद इन दोनों के बीच लगातार बातचीत होती रही हैं। और सरकार बनाने को लेकर चर्चा होती रहीं। इसकी जानकारी एनसीपी में सिर्फ धनंजय मुंडे और सुनील तटकरे को ही थी। बता दें कि तटकरे अजित पवार के बेहद करीबी माने जाते हैं। जबकि मुंडे को फडणवीस का करीबी माना जाता हैं।
साथ ही अंग्रेंजी अखबार मुंबई मिरर ने इस बात का भी दावा किया है कि अजित पवार ने 17 नवंबर को ही इस बात के संकेत दे दिए थे कि वो इस महा गठबंधन में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने ये कहते हुए सबको चौंका दिया था कि एनसीपी को बीजेपी को सरकार बनाने में मदद करनी चाहिए। बता दे की ये बैठक पुणे में हुई थी।
इसके अलावा कहा गया कि अजित ने 10 नवंबर को ही शरद पवार के सामने बीजेपी के साथ जाने की मंशा जता दी थी। लेकिन पवार ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद वो लगातार बीजेपी से बातचीत करते रहे। इतना ही नहीं शरद पवार के घर पर एक बैठक में धनंजय मुंडे और सुनील तटकरे ने वहीं बात कही जो अजित पवार ने कहा था।