भोपाल : मध्यप्रदेश में एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर 24 फरवरी को आयुर्वेद जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर जाने वाले है। इस हड़ताल में प्रदेश के 7 सरकारी और 13 प्राइवेट आयुर्वेदिक कॉलेज शामिल होंगे।
ये है मांगे
- वर्ष में आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा से संविदा कर्मियों को दिए जाने वाला 15 प्रतिशत अंक को हटाया जाए। जन संकल्प 2013 में घोषित 1000 आयुष औषधालय को शीघ्र खोला जाए।
- लोक सेवा आयोग द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी की भर्ती प्रतिवर्ष निकाली जाए।
- स्टाइपेंड के साथ जबलपुर की जगह आयुष की शाखा भोपाल में स्थानांतरित की जाए।
- आयुर्वेदिक छात्रों को भी सशर्त चिकित्सा का अधिकार मिले। छात्रों का कहना है कि, उनकी मांगे नहीं मानी गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
आयुर्वेद जूडा का आरोप है डॉक्टर होने के बावजूद उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। जूडा ने मध्य प्रदेश के आयुष विभाग के अफसरों, मप्र मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर प्रबंधन और सरकार पर भेदभाव के आरोप लगाए और सुनवाई ना करने की बात कही है।