भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार में इन दिनों कुछ भी ठीक नहीं चल रहा हैं। आए दिन विधायक, नेता समेत मंत्रियो की नाराज़गी अपनी ही सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में अब एक ओर नाम जुड़ गया हैं। ये नाम बुरहानपुर (burhanpur) से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का हैं। जो पिछले कई समय से अपनी सरकार से नाराज़ चल रहे हैं।
विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा का छलका दर्द
दरअसल, विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा लंबे समय से मंत्री बनने की मांग कर रहे हैं। खास बात ये है कि कमलनाथ (kamalnath) की अल्पमत सरकार को जब शेरा समर्थन दे रहे थे तभी उन्हें यह विश्वास दिलाया गया था कि उन्हे जल्द मंत्री बनाया जाएगा। सवा साल बीत गया लेकिन वादा अभी वादा का वादा ही हैं। बता दे कि मंत्री बनाए जाने के पीछे शेरा का तर्क है कि वे अपने विस क्षेत्र के लिए काफी काम करना चाहते हैं। मेरे मंत्री बनने से पॉवर बढ़ेगा, ऐसे में मेरे क्षेत्र में विकास की गति और तेज हो जाएगी।
सीएम कमलनाथ ने दिया था आश्वासन
यह पहला मौका नही जब शेरा ने अपनी पार्टी पर हमला बोला हो। इससे पहले भी शेरा पार्टी को अपने तीखे तेवर दिखा चुके है। बीते दिनों ही उन्होंने अपनी सरकार को घेरा था और समर्थन वापस लेने तक की धमकी दे डाली थी। इसके बाद मुख्यमंत्री से उन्होंने मुलाकात की थी और उन्हें आश्वासन मिला था कि मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन अबतक इस पर कोई एक्शन नही लिया गया हैं।
क्या कहा विधायक शेरा ने
शनिवार को मीडिया से चर्चा करते हुए शेरा ने कहा कि अच्छे बैट्समैन की जरूरत बाद में पड़ती है, जब कम ओवरों में ज्यादा रन बनाने होते हैं। तब अपने सबसे अच्छे ऑल राउंडर बैट्समैन को मैदान में उतारा जाता हैं। उन्होंने कहा कि सीएम कमलनाथ ने उन्हें दो बार मंत्री बनाए जाने का आश्वासन दिया। एक बार जब वे जीतकर भोपाल पहुंचे तब, दूसरी बाद जब लोकसभा चुनाव में पत्नी ने नामांकन दाखिल किया। इसके बाद अब तक की पूरी कहानी सबके सामने हैं।
गौरतलब है कि राज्य में कांग्रेस (congress) के पास 114 विधायकों का समर्थन हैं। इसमें बहुजन समाज पार्टी (bsp) के 2 विधायकों, समाजवादी पार्टी (sp) के 1 और 4 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हैं।