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मप्र गंभीर कुपोषण की चपेट में, सर्वे में 40% बच्चे कुपोषित निकले, महामारी में जब शिवराज खरीद रहे थे विधायक, कुपोषण के गर्त में जा रहे थे बच्चे  

मप्र गंभीर कुपोषण की चपेट में, सर्वे में 40% बच्चे कुपोषित निकले, महामारी में जब शिवराज खरीद रहे थे विधायक, कुपोषण के गर्त में जा रहे थे बच्चे  

भोपाल/गरिमा श्रीवास्तव :- मध्यप्रदेश में बच्चों में कुपोषण का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रदेश में 70 हज़ार से अधिक बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं। महिला एवं बाल कल्याण समिति ने जब एक सर्वेक्षण किया तो उस दौरान यह बड़ी बात सामने आई. अध्ययन के अनुसार अगर देखा जाए तो एक तिहाई से अधिक बच्चे त्वचा और हड्डी रोग से पीड़ित हैं. लगभग 1000000 बच्चों पर किया गया सर्वे बताता है कि 400000 से अधिक बच्चे कुपोषण से पीड़ित हैं. अधिकांश क्षेत्रों में गंभीर तीव्र कुपोषित बच्चे पाए गए हैं.

कांग्रेस और भाजपा के बीच कुपोषण पर सियासत शुरू:- 
कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा कि कुपोषण के मामले में मध्य प्रदेश हमेशा ही अव्वल रहता है. बीजेपी सरकार कुपोषण को लेकर धनराशि जारी करती है, लेकिन वह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार कुपोषण को रोकने के लिए तुरंत युद्ध स्तर पर काम करना शुरू करें. वहीं बीजेपी प्रवक्ता राहुल कोठारी ने कहा कि यह आंकड़े कांग्रेस सरकार की देन हैं. प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद लॉकडाउन में भी बच्चों को पोषण आहार दिया गया, जिसके परिणाम जल्द दिखाई देंगे.

MP Congress ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्यप्रदेश गंभीर कुपोषण की चपेट में,सर्वे में 40% बच्चे कुपोषित निकले;

महामारी में जब शिवराज विधायक ख़रीदकर सत्ता लूट रहे थे, तब प्रदेश के बच्चे कुपोषण की गर्त में जा रहे थे।

मध्य प्रदेश के 10 लाख बच्चों का सर्वे करने पर 4 लाख बच्चे कुपोषित एवं 70000 बच्चे गंभीर कुपोषित मिले।

मध्यप्रदेश गंभीर कुपोषण की चपेट में,
—सर्वे में 40% बच्चे कुपोषित निकले;

महामारी में जब शिवराज विधायक ख़रीदकर सत्ता लूट रहे थे, तब प्रदेश के बच्चे कुपोषण की गर्त में जा रहे थे।

मध्य प्रदेश के 10 लाख बच्चों का सर्वे करने पर 4 लाख बच्चे कुपोषित एवं 70000 बच्चे गंभीर कुपोषित मिले। pic.twitter.com/RMWPDRRuLE

— MP Congress (@INCMP) January 12, 2021

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इंदौर में 12540, सागर 11184, रीवा 9260, उज्जैन 7555, ग्वालियर 6829, भोपाल में 4126, चंबल 4163 बच्चे कुपोषण के शिकार मिले. 70 हजार बच्चों में 6000 बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र  (NRC) में भर्ती किया गया है. इनमें नवजात से लेकर 6 वर्ष तक के आयु के बच्चे शामिल हैं.

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