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कांग्रेस के दावे से प्रदेश के सियासी गलियारों में हलचल तेज़, भाजपा में हड़कंप

भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव 3 महिने तक टाल दिए हैं। जिसको लेकर प्रदेश की सियासत गरमाई हुई हैं। कांग्रेस इसको लेकर सत्ताधारी भाजपा पर हमलावर हैं। इसी बीच कांग्रेस के एक दावे ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी हैं। 

मप्र कांग्रेस ने ट्वीट करते हुए लिखा की – नगरीय निकाय चुनाव स्थगित, बीजेपी करारी हार की रिपोर्ट से डरी; पैसे और प्रशासन का दुरूपयोग कर उपचुनाव जीतने वाली बीजेपी को नगरीय निकाय चुनावों में करारी हार की रिपोर्ट ने चुनाव टालने पर मजबूर कर दिया। शिवराज जी,याद रखना! उल्टी गिनती शुरू हो चुकी हैं। “लोकतंत्र ख़तरे में है” 

हालांकि यह रिपोर्ट किसने दी और किस आधार पर यह कांग्रेस ने नही बताया हैं। 

कांग्रेस ने अगले ट्वीट में लिखा की – नगरीय निकाय चुनाव 3 माह टले, सिर्फ़ बीजेपी के कार्यक्रम और शिवराज के भ्रष्टाचार जारी रहेंगे। जबकि आगे कहा कि नज़र बनाये रखिये, शिवराज की कुर्सी के तीनों पाँव हिल रहे हैं। 

बहरहाल अब देखना है कि कांग्रेस के दावों में कितना दम है या फिर उपचुनाव की तरह ये भी हवा हो जाएंगे।

गौतलब है कि कुछ दिन पहले ही राज्य निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर पूरी तैयार होने की बात कही थी। राज्य निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि आयोग का यह संवैधानिक दायित्व है कि स्थानीय निकायों का कार्यकाल पूरा होने के पहले ही निर्वाचन करा लिया जाए। लेकिन शनिवार को राज्य निर्वाचन आयोग ने इन चुनावों को अगले 3 महीने के लिए स्थगित करने का फैसला किया हैं। चुनावों को अगले 3 महीने के लिए स्थगित करने के पीछे कोरोना का तर्क दिया गया हैं। 

राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी पत्र में कहा है कि कोविड 19 महामारी को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय और पंचायतों के निर्वाचन का काम जन स्वास्थ की दृष्टि से व जनहित में फरवरी 2021 के बाद करवाया जाएगा। इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग ने शनिवार को आदेश जारी कर दिया हैं। 

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