मप्र उपचुनाव : इतिहास में पहली बार होगा "ऐसा", कांग्रेस की राह होगी मुश्किल!! भाजपा के पास है…
भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – मध्य प्रदेश में कोरोना की रफ्तार अभी थमती हुई नज़र नहीं आ रहीं हैं। प्रदेश में कोरोना संक्रमण अब तेज़ी के साथ फैल रहा हैं। साथ ही साथ प्रदेश में कोरोना आए दिन नए नए रिकॉर्ड बना रहा हैं।
वहीं, कोरोना के कहर के बीच अब नेताओं के निधन की खबरें लगातार सामने आ रहीं हैं। कोरोना के कारण अब तक कई नेता, मंत्री, विधयाक अपनी जान गंवा चुके हैं।
इसी बीच अब राजगढ़ जिले के ब्यावरा (Biaora of Rajgarh district) से कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी का कोरोना से निधन हो गया हैं। खबर है कि आज सुबह उपचार के दौरान उनका निधन हो गया हैं। बीते दिनों उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी।
इधर, एमपी उपचुनाव (MP By-election) से पहले कांग्रेस के लिए ये बड़ा झटका माना जा रहा हैं।
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद 25 सीटें खाली हो गई थी। जबकि 2 सीटें विधायकों के निधन के कारण खाली थी। इसी बीच अब कांग्रेस विधायक के निधन के बाद एक सीट और खाली हो गई हैं। जिसके बाद अब एमपी में 28 सीटों पर उपचुनाव होंगे।
क्या कहता है गणित
वर्तमान में भाजपा (BJP) के पास 107 औऱ कांग्रेस (Congress) के पास 88 विधायक बचे हैं। जहां भाजपा को सरकार बनाए रखने के लिए 9 सीटों की जरुरत हैं। वही कांग्रेस को 28 सीटे ही जीतना हैं। मध्यप्रदेश के इतिहास में यह पहला मौका है जब उपचुनाव में एक साथ 28 सीटों पर चुनाव होना हैं।