भोपाल से खाईद जौहर की रिपोर्ट – इन दिनों मध्यप्रदेश में कोरोना संकटकाल (Corona Crisis) पर कम और उपचुनाव (By Election) को लेकर ज़्यादा बवाल मचा हुआ हैं। दोनों ही पार्टियां अपने अपने स्तर पर इसकी तैयारियां कर रही हैं। जहां एक तरफ कांग्रेस (Congress) इन 24 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता में वापसी करना चाहती है, तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी (BJP) 24 सीटों पर जीजी हासिल करके सत्ता पर बनी रहने चाहती हैं।
दोनों ही पार्टियां ज़ोरो शोरो से इसकी तैयारी में जुटी हुई हैं। इसी बीच कांग्रेस ने एक बड़ा फैसला लिया हैं।
उपचुनाव पर रणनीति की कमान प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) को सौंपी जा रही हैं। दरअसल कांग्रेस के प्रचार अभियान की कमान संभालने के लिए पार्टी ने तीन कंपनियों के प्रस्ताव पर विचार किया था। जिसमे प्रशांत किशोर के नाम पर मुहर लगी हैं। कांग्रेस ने प्रशांत किशोर के नाम पर सहमति बनाकर ये तो बता दिया है कि वो उपचुनाव को हल्के में नहीं लेने वाली हैं।
कौन है प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर एक प्रखर रणनीतिकार हैं। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव (Vidhansabha Election) में भी कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने में इनका बड़ा हाथ रहा था। बिहार में भी नितीश कुमार (Nitish Kumar) को जीत दिलाने में किशोर की भूमिका रही थी। इतना ही नहीं साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की जीत का श्रेय भी किशोर को दिया जाता हैं।
ऐसे में अब देखना दिलचस्प हो गया है कि प्रशांत किशोर के आने से कांग्रेस को फिर कितनी मज़बोती मिलेगी। क्या प्रशांत किशोर के दम पर एक बार फिर कांग्रेस सत्ता हासिल कर पाएगी या नहीं!