कैलाश विजयवर्गीय का होली विशेष:-काँग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराए, दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाए। बुरा न मानो होली है !
- कैलाश विजयवर्गीय का दिग्गी पर निशाना
- बना दी कविता और कर दिया ट्वीट
भोपाल :- हॉर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) को लेकर लगातार सभी पार्टियों के नेता एवं मंत्री एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप करते नज़र आ रहे हैं। इसी बीच कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargeeya) ने तो दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh)पर ऐसे शब्दीय बाण ऐसे चलाए हैं जिससे तीर सीधे उनके छाती पर जा लगे। और विजयवर्गीय के इस ट्वीट को देखने के बाद वाक़ई दिग्विजय सिंह को बात चुभना लाज़मी है।
आज विजयवर्गीय ने दो लाइन की कविता बनाई और ट्वीट कर दिया।
अपने ट्वीट के माध्यम से कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय सिंह और पूरे कांग्रेस पार्टी पर व्यंग्य करते हुए कहा काँग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराय, दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाय। बुरा न मानो होली है !
काँग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराय।
दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाय।
बुरा न मानो होली है !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 7, 2020 “>http://
काँग्रेसी आपस में लड़ रहे, रायता दिया बिखराय।
दिग्गी चाचा समेट रहे, पर समेटा न जाय।बुरा न मानो होली है !!!
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) March 7, 2020
अब देखना है कि इस ट्वीट के बाद दिग्विजय भी कोई प्रतिक्रिया दर्शाते हैं या नहीं।