हंगामेदार होगा इस बार का मानसून सत्र: कांग्रेस लेगी कोरोना से हुई मौतों का हिसाब
- हंगामेदार होगा इस बार का विधानसभा मानसून सत्र
- कांग्रेस प्रदेश में कोरोना से हुई मौतों का सरकार से लेगी हिसाब
- विधानसभा सत्र में सरकार को विधायकों के प्रश्नो के उत्तर देने होंगे
मध्यप्रदेश/भोपाल:
9 अगस्त से मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है। वही कोरोनो की दूसरी लहर खतम होने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी भी चालू है जिसका असर विधानसभा के मानसून सत्र में देखने को मिल सकता है। दरअसल कोरोना संक्रमण के दौरान हस्पतालों में मरीजों को पलंग न मिलने, ऑक्सीजन की कमी, रेमडिसिवर इंजेक्शंस की कमी, और प्रदेश में हुई मौतों को कांग्रेस बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है| इसके चलते सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं। कांग्रेस का आरोप है की कोरोना में मिसमैनेजमेंट के चलते प्रदेश में कई लोगो को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
कांग्रेस ने भाजपा सरकार को सदन में घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस कोविड से सम्बंधित तमाम मुद्दों को लेकर सदन में जमकर हंगामा करने की पूरी तैयारी में है। विधानसभा सत्र में सरकार को विधायकों के प्रश्नो के उत्तर भी देने होंगे। कांग्रेस के सीनियर विधायक पीसी शर्मा, आरिफ मसूद के साथ अन्य विधायकों ने भी कोरोना से सम्बन्धित प्रश्न और ध्यान आकर्षण प्रस्ताव विधानसभा में लगाये हैं।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद सरकार ने बीते दिनों राज्यसभा में बयान दिया था की ऑक्सीजन की कमी से किसी की भी मौत नहीं हुई है। जिसके बाद कोरोना को लेकर सियासत गरमाई हुई है। कोरोना में बने हालातों को लेकर जहां एक और कांग्रेस सरकार पर हमलावर है तो वहीं भाजपा का कहना है कि विपक्ष के नेताओं ने संकट के समय जनता की कोई मदद नहीं की, सिर्फ और सिर्फ कोरोना के नाम पर सियासत कर रहे हैं।
एक तरफ जहां कांग्रेस कोविड से सम्बंधित तमाम मुद्दों को लेकर सदन में जमकर हंगामा करेगी तो वहीं सरकार को विधायकों के प्रश्नो के उत्तर भी देने होंगे, लिहाजा इस बार के विधानसभा का मॉनसून सत्र हंगमेदार होने के पूरे आसार हैं