जबलपुर:- मेट्रो हॉस्पिटल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज की लापरवाही ने उजाड़ा भरा-पूरा परिवार, पत्नी ने वीडियो के जरिए दी पूरी जानकारी, मांगा न्याय
जबलपुर:- मेट्रो हॉस्पिटल और जबलपुर मेडिकल कॉलेज की लापरवाही ने उजाड़ा भरा-पूरा परिवार, पत्नी ने वीडियो के जरिए दी पूरी जानकारी, मांगा न्याय
जबलपुर/गरिमा श्रीवास्तव:- जहां लोग डॉक्टरों को भगवान की तरह पूछते हैं उसी देश में कई लोग ऐसे हैं जो डॉक्टर के पेशे को बदनाम कर रहे हैं. मरीजों का सही तरह से इलाज ना हो पाने की वजह से उनकी मृत्यु हो जा रही है. ऐसा ही एक मामला जबलपुर के मेट्रो हॉस्पिटल का सामने आया है. जहां पर आशीष तिवारी नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई. वजह यह थी कि उसे उचित इलाज नहीं मिल सका.
आशीष तिवारी की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी ने आशीष तिवारी ने 10 दिन बाद वीडियो जारी करते हुए जनता के सामने सारी घटनाक्रम व्यक्त की है. नेहा ने बताया कि उनके पति को मेट्रो अस्पताल और मेडिकल कॉलेज द्वारा उचित इलाज नहीं दिया गया जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई.
पत्नी ने जानकारी देते हुए बताया कि आशीष तिवारी की तबीयत कुछ बिगड़ी हुई थी जिसके बाद वह prescripted दवाई ले रहे थे. एक दिन उन्होंने अपने भाई से कहा कि उनके सांस लेने में तकलीफ हो रही है मुझे अस्पताल ले चलिए जिसके बाद पहले उनकी भाई उन्हें मेट्रो हॉस्पिटल ले गए जिसके बाद वहां पर डॉक्टरों ने कहा कि इनका निमोनिया काफी ज्यादा हो गया है इन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराइए. मेट्रो हॉस्पिटल ने आशीष तिवारी को अस्पताल में भर्ती भी नहीं किया. इसके बाद उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से मेडिकल कॉलेज भेजा गया. शुरुआत में उन्हें ऑक्सीजन दिया गया जिसके बाद आशीष तिवारी ने अपने भाई से कहा कि अब उन्हें काफी अच्छा महसूस हो रहा है और साथ ही अपने भाई से लोअर लाने की बात कही. भाई लोग और लाने अभी सीढ़ियों से उतरकर थोड़ी दूर ही आगे गया था कि अस्पताल से फोन आ गया कि अब आपके भाई सिर्फ 10 मिनट तक जीवित रह पाएंगे.
और फिर आशीष तिवारी की मृत्यु हो गई बाद में पता चला कि उन्हें ऑक्सीजन प्रॉपर तरीके से नहीं दिया गया. ऐसे में कोई इंसान क्या करें. प्राइवेट अस्पताल भर्ती करने से मना करते रहे हैं और सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है. इसके साथ ही वहां पर मौजूद लोगों ने कहा कि आशीष तिवारी को कोविड-19 था. उनकी कोरोना की जांच की गई थी और अभी तक जांच की रिपोर्ट नहीं आई.
इसके साथ ही नेहा ने यह भी बताया कि अंतिम संस्कार के लिए जब उन्हें आशीष की बॉडी दी गई तो उस दौरान भी वहां पर मौजूद लोगों ने ग्लब्स और मास्क नहीं पहने थे. इस वजह से नेहा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पति को कोरोना नहीं रहा होगा, अपने बचाव के लिए अस्पताल प्रबंधन के यह कर्मचारी और अधिकारी झूठ बोल रहे हैं.
नेहा ने वीडियो जारी करते हुए न्याय की मांग की है.
यहां देखें पूरा वीडियो:-
https://www.instagram.com/tv/CFNOqrmF0CE/?igshid=1suy93pcrazr4