आखिर कब तक करता रहेगा प्रशासन लापरवाही। जिम्मेदार कौन?
पुलिस की लापरवाही के चर्चे तो आपने सुने ही होंगे।खबर शिवपुरी से हैं जहाँ युवक ने खुद को थाने मैं आग लगा ली।
पत्नी और बच्चे की गुमसुदगी की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे युवक ने पेट्रोल डालकर खुद को आग लगाई।
आपको बता दे की क्या था पूरा मामला ??
पत्नी और बच्चे के गुम होने की रिपोर्ट लिखवाने पहुंचे युवक ने थाने में खुद को आग लगा ली| युवक जलता हुआ थाना परिसर से सड़क पर पहुंच गया। आसपास मौजूद लोगों व पुलिसकर्मियों ने जैसे तैसे आग बुझाई और युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है की युवक की पत्नी अपने 2 साल के बेटे के साथ गुरूवार दोपहर से गायब है,जिसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए युवक फिजिकल थाने गया हुआ था।लेकिन दो थानों की सीमा के चक्कर में उसकी किसी ने फरियाद नहीं सुनी गयी।उसी के बाद मामले की लापरवाही को लेकर फिजिकल थाना प्रभारी दीप्ति तोमर को निलंबित कर दिया गया है।साथ ही मामले की जांच एएसपी गजेन्द्र सिंह कंवर को सौंपी गई है।
- हम आपको यह भी बता दे की पीड़ित युवक राकेश जाटव अपनी पत्नी रीना और बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचा था। लेकिन फिजिकल थाना और कोतवाली पुलिस उसे उनके सीमा क्षेत्र का मामला न होने का हवाला देकर टालती रही| युवक ने पुलिस पर रिपोर्ट न लिखने का आरोप लगाया है। कोतवाली थाने से टरका कर उसे दूसरे थाने जाने के लिए कहा जा रहा था।
- अस्पताल में भर्ती युवक राजेश जाटव ने मीडिया को बताया कि उसकी पत्नी और दो साल का बेटा गुरुवार की शाम से गायब है। पत्नी गुरुवार को दोपहर से अपने 2 साल के पुत्र के साथ घर से निकली और तब से लौट कर नहीं आई।
- उसने बताया कि सुबह गुमशुदगी की शिकायत कराने सिटी कोतवाली पहुंचा,जहां थाना प्रभारी ने फिजिकल थाना क्षेत्र का मामला बताते हुए, फिजिकल थाना जाने को कहा। राजेश सिटी थाने से फिजिकल थाने पहुंचा। लेकिन फिजिकल थाना प्रभारी ने भी मामला सिटी थाने का बताते हुए उसे वहा जाने को कहा।जिससे परेशान होकर युवक ने थाने के अंदर ही पेट्रोल डालकर खुद आग लगा ली|
इस घटना के बाद पुलिस के हाथ पाँव फूल गए। जैसे तैसे आग से बचाकर युवक को अस्पताल पहुँचाया गया जहा उसका इलाज चल रहा है।पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए हैं,तो क्या इनका ऐसा रव्वैया पुलिस प्रसाशन को फिर एक बार सवालात के घेरे मैं खड़ा करता है।